
KISHANGANJ (ARUN KUMAR) : किशनगंज में अपह’रण का एक दिलच’स्प मामला सामने आया है. जहां क’र्ज में डूबे एक युवक ने अपने ही पिता से 60 लाख रुपये नि’कलवाने के लिए दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपह’रण की झू’ठी कहानी र’च डाली. हालांकि पिता ने खौ’फ में आकर पुलिस से मामले की शि’कायत कर दी. जब पुलिस ने साइ’बर से’ल की म’दद से जां’च शुरू की और लोके’शन ट्रे’स कर मुंबई, दरभंगा, कोलकाता, दिल्ली, अमृतसर समेत कई स्थानों पर छा’पेमारी कर जां’च की तब इस झू’ठी कहानी का खु’लासा हुआ वहीं फिरौ’ती की रकम के ला’लच में अपह’रण की झू’ठी कहानी र’चने वाले पुलिस को गुम’राह करने, आपरा’धिक ष’ड्यंत्र र’चने के आरो’प में जे’ल की सला’खों के पीछे पहुँच गए.

अनुसं’धान में उत्कृ’ष्टता के लिए गृह मंत्रालय द्वारा सम्मानित बिहार कैडर के एकमात्र आईपीएस अधिकारी किशनगंज पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष द्वारा मामले के सफल उद्भे’दन हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनवर अंसारी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित कर वैज्ञा’निक प’द्धति से अनुस’न्धान करते हुए तकनी’की सहयोग और मानवीय श्रो’तो के आ’धार पर कथि’त अप’हृत युवक के एक दोस्त को हिरा’सत में लेकर की गई स’ख्त पूछताछ के बाद एक-एक क’ड़ी को जो’ड़ते हुए मामले का रहस्यो’द्घाटन किया.

क्या है मामला
17 मार्च की सुबह किशनगंज के हनुमान मंदिर गली, धर्मगंज रेल गेट के नजदीक निवासी मिलापचंद डागा के पुत्र विशाल डागा सुबह अपने घर से निकले परंतु देर शाम तक घर नहीं लौ’टे. उसी दिन संध्या समय 07.45 बजे मिलापचंद डागा के मोबाईल नंबर 7004744759 पर मोबाईल सं. 7764941261 से फोन आया कि आपका बेटा हमारे क’ब्जे में है, 60 लाख रूपया देकर सकु’शल ले जा सकते हैं. बेटे के अपह’रण की खबर सुनकर पिता घ’बरा गये और 18 मार्च को डेढ़ बजे पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दे दी, जिस सम्बन्ध में किशनगंज थाना में धा’रा -364ए/ 120बी भादवि के अन्त’र्गत अज्ञा’त के विरु’द्ध के’स संख्या 130/21 द’र्ज किया गया.

एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी के नेतृ’त्व में विशेष पुलिस टीम ग’ठित
मामले के सफल उद्भे’दन हेतु किशनगंज एसपी के दिशा-निर्देश पर एसडीपीओ के ने’तृत्व में गठित विशेष पुलिस टीम ने आसू’चना संक’लन एवं तकनी’की अनुसं’धान करते हुए फिरौ’ती वाले मोबाईल नंबर की जाँ’च पड़’ताल की तो लोके’शन मुम्बई पाया गया. इस बीच अनुसं’धान के क्रम में पूर्णियां, कटिहार एवं दरभंगा में छा’पेमारी कर कई संदे’ही लोगों को भी हिरा’सत में लेकर उनसे पू’छताछ की गई. जां’च पड़’ताल के क्रम में यह बात सामने आयी कि विशाल डागा द्वारा 16 मार्च की संध्या में अपने पिताजी का जन्मदिन एमजीएम के सामने वाले भा’ड़े के मकान में बड़े धूम-धाम से मनाया गया था, जिसमें क’थित अप’हृत का एक परिचित रोहित उर्फ बाबा एवं अन्य लोग भी शामिल थे.
संदे’ह के आधार पर हिरा’सत में लिए गए बाबा ने उग’ले रा’ज
जांच के क्रम में एमजीएम के सामने फिरोज आलम के मकान में कि’राये पर रह रहे रोहित उर्फ बाबा को प’कड़ कर पू’छताछ किया गया तो उसने घट’ना से संबंधित कुछ संदे’हास्पद बातों का उ’ल्लेख किया, और मामले के ता’र मुंबई से जु’ड़े होने के संके’त दिए.

मुंबई में पक’ड़ा गया फिरौ’ती मां’गने वाला रुपेश
इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक, किशनगंज के आदेशोपरांत किशनगंज जिला बल से थानाध्यक्ष पहाड़कट्टा आरिज एहकाम एवं तकनी’की शाखा के सुमित कुमार को मुम्बई जाने हेतु आदे’शित करते हुए मुम्बई पुलिस से सहयोग करने का भी अनु’रोध किया गया. पुलिस टीम द्वारा मुम्बई पहुंचकर फिरौ’ती मांगने वाले व्यक्ति को ध’र दबो’चा गया. उसने अपना नाम रूपेश कुमार सिंह, पिता-अनिल कुमार सिंह, सा-गोढियारी, थाना-विशनपुर, जिला-दरभंगा बताते हुए फिरौ’ती मांगने से संबंधित विस्तृत बातों का उ’ल्लेख किया. तदोपरांत पुलिस टीम द्वारा रुपेश को पू’छताछ हेतु किशनगंज लाया गया.
पकडे गए दोनों ही नि’कले कथित अप’हृत के दोस्त
किशनगंज पहुँचने के पश्चात् रूपेश एंव रोहित उर्फ बाबा को आमने-सामने कर पू’छताछ की गयी तो रोहित उर्फ़ बाबा ने बताया गया कि विशाल डागा इन लोगों का घनिष्ठ मित्र है. घट’ना से एक सप्ताह पूर्व विशाल ने अपने मित्रों से कहा कि मुझ पर 70-80 लाख रूपये का क’र्ज हो गया है. मेरे पिता पैसा देने से इं’कार कर रहे है. ऐसी परि’स्थिति में तुमलोग मेरे अपह’रण की यो’जना बनाओ और मेरे पिता से 60 लाख रूपया फिरौ’ती की मांग करो ताकि मैं अपना क’र्ज उ’तार सकूँ.

75-25 प्रतिशत की सहम’ति पर बनी अपह’रण की यो’जना
इस काम के लिए रोहित ने रौनक सिंह को किशनगंज बुलाया एवं अपह’रण से संबं’धित वि’स्तृत यो’जना विशाल एवं रौनक ने बनायी जिसमें ये त’य हुआ कि फिरौ’ती के पैसों में से 45 लाख तुम रख लेना और 15 लाख हम तीनों को दे देना. यो’जना के अनुसार विशाल ने बागडोगरा से एक इनोवा गाड़ी को बारह हजार रूपये में किराया पर लिया एवं उस गाड़ी से किशनगंज से दरभंगा पहुँचा. दरभंगा पहुँचने के बाद रौनक ने एक स्कोर्पियों गाड़ी भेजी. उक्त गाड़ी से कुसेश्वर स्थान जाकर विशाल एक दिन रूका.

रोहित के कहने पर बार-बार बदल रहा था लोके’शन
रोहित उर्फ़ बाबा किशनगंज पुलिस की हर-एक गतिवि’धियों पर नज’र रख रहा था. इस बीच दरभंगा जिले के कुसेश्वर स्थान छुपे कथि’त अप’हृत विशाल को रोहित के द्वारा सू’चना दी गयी कि एमजीएम एवं अन्य स्थानों पर पुलिस की लगातार द’बिश ब’ढ़ती जा रही है. इस कारण तुम वहाँ से ह’ट जाओं. तत्पश्चात ये बस से दिल्ली, दिल्ली से अमृतसर फिर चंडीगढ़ के होटल सिटी-इन में एक रात रुके एवं पैसा खत्म होने के बाद उक्त होटल के मैनेजर के खाता पर 07 हजार रूपया रोहित उर्फ बाबा से मंगवाये. इसके बाद वो दिल्ली आ गया और वहाँ एक सप्ताह रू’कने के पश्चात कलकत्ता के एक लॉज में रूका. कलकत्ता से ही रोहित एवं अपने घर वालों को मैसेज किया कि मेरे पास पैसा समा’प्त हो गया है. मैं घर आना चाहता हूँ. पैसे की व्य’वस्था कर दीजिये.
पिता पर दवा’ब बनाने को विशाल ने भेजा ऑडियो-वीडियो
अनुसं’धान के क्रम में किशनगंज पुलिस को एक ऑडियो एवं विडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें कथित अपहृता विशाल डागा ने अपने घर पर सिर्फ सूचना ही नहीं भेजी, बल्कि व्हाट्सप्प के माध्यम से अपने पिता को ऑडियो, वीडियो भी भि’जवाई थी. उक्त ऑडियो में विशाल द्वारा बोला जा रहा है कि पापा मुझे ब’चा लीजिए, जो पैसा मांग रहा है दे दीजिए, नहीं तो ये लोग मुझे मा’र देंगे.

पुलिस दबा’व के कारण वीडियो बना झू’ठे अपह’रण की बात स्वी’कारी
अनुस’न्धान के दौरान प्राप्त एक वीडियो जिसे स्वयं विशाल ने मोबाइल से बनाकर पिता तक पहुँचाने हेतु अपने दोस्तों को दिया था. उक्त विडियो में विशाल द्वारा कहा जा रहा है कि-पापा 60-80 लाख रुपया का क’र्जदार हो चुका हूँ, अगर पैसा नहीं मिला तो मुझे आत्मह’त्या करनी पड़ेगी. इ’ज्जत की बात है. मेरा अपह’रण नहीं हुआ और न ही किया गया है. अपने दोस्तों के साथ मिलकर तथाक’थित अपह’रण का खे’ल र’चे थे.
नए मोबाइल से कॉल कर पुलिस को भट’काने का प्रया’स
मुंबई से पकड़े गए रूपेश सिंह ने पू’छताछ के क्रम में बताया कि रोहित ने नया मोबाईल खरी’दने के लिए फोन-पे के माध्यम से पाँच हजार रूपये भेजे थे तथा कहा था कि नये मोबाईल से फोन करना और उससे ही फिरौ’ती की मां’ग करना ताकि पुलिस के अनुसं’धान को भ’टकाया जा सके और किसी को कोई शं’का न हो.

क’थित अप’हृत को बंगाल से किया गया बरा’मद
अनुसं’धान के क्रम में तथाक’थित अप’हृत विशाल डागा को बंगाल से सकु’शल बरा’मद किया गया एवं पू’छताछ के क्रम में उसने अपने स्वयं के अप’हरण की योजना के बारे में विस्तृत रूप से बताया. इस दौरान पुलिस टीम ने वीडियो से संबंधित पैन ड्राइव, मोबाइल चैटिंग और 02 मोबाइल ज’प्त किये है.
स्पी’डी ट्रा’यल के तहत कठो’र स’जा दिलवाने की अपी’ल
किशनगंज पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनुस’न्धान के दौरान संक’लित पर्याप्त सा’क्ष्य और आरो’पियों के स्वीका’रोक्ति ब’यान के आ’धार पर उक्त मामला गुम’राह करने, आपरा’धिक ष’ड्यंत्र र’चने, सरकारी कार्य में बा’धा उत्पन्न करने एवं प्रशासनिक मकह’मा को उल’झाये रखने के आरो’प में अभि’युक्तों को धा’रा -364ए/420/120 बी/353 भादवि के अंतर्गत द’र्ज कर न्यायिक हिरा’सत में भेजा जा रहा है. मामले में स्पी’डी ट्रा’यल चलाकर दो’षियों को कठो’रतम स’जा दिलायी जायेगी.

किशनगंज पुलिस अधीक्षक का युवाओं को सन्देश
किशनगंज पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने युवाओं को सन्दे’श देते हुए कहा कि परिवार के सं’गत में रहें और व्यस’नों आदि से दू’र रहें. ऐसे दोस्तों और साथियों से भी दू’री बना कर रखें जो आपको अप’राध और आपरा’धिक ष’ड्यंत्रों में शामिल होने को प्रोत्सा’हित करते हों. कानू’न का पा’लन करते हुए किसी भी गैर-क़ानू’नी कार्यों के भा’गी न बने जिसकी परिण’ति जे’ल की सला’खों के पीछे जाकर और स’जा पाकर पूरी हो. इससे आपका भवि’ष्य, आपका करि’यर, आपके परिवार की सुख-शांति, आपका सबकुछ तबा’ह हो सकता है.
मामले के उद्भे’दन हेतु टीम में शामिल सदस्य
किशनगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनवर जावेद अंसारी, तत्कालीन किशनगंज थानाध्यक्ष (शहीद) पुनि अश्विनी कुमार, पहाड़कट्टा थानाध्यक्ष पुअनि आरिज एहकाम, पोठिया थानाध्यक्ष पुअनि कुंदन कुमार, बहादुरगंज थानाध्यक्ष पुअनि संजय कुमार, तकनी’की शाखा के प्रमोद कुमार और सुमित कुमार .














