मुजफ्फरपुर। साल का आखिरी सूर्यग्रहण चार दिसंबर को लगेगा। चार घंटे का यह ग्रहण अलग-अलग राशियों पर प्रभाव डालेगा। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्यग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा। यह ग्रहण दोपहर 3 बजकर 7 मिनट तक रहेगा।
करीब दो मिनट तक सूर्य का सर्वाधिक हिस्सा चांद की छाया से ढंका रहेगा। यह सूर्यग्रहण आस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका महादेश में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से आठ घंटे पहले ही शुरू हो जाता है।
ज्योतिष आचार्य के अनुसार यह ग्रहण वृश्चिक राशि में होगा। ग्रहण के समय वृश्चिक राशि में सूर्य, केतु, चंद्रमा एवं बुध ग्रह साथ में रहेगा तथा इस पर राहु की दृष्टि बनी रहेगी। ग्रहण काल में सूर्य के वैदिक मंत्र व आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना उचित होगा।
वहीं चार दिसंबर को लगने वाला सूर्यग्रहण के दिन शनि अमावस्या भी है। ज्योतिष की दृष्टि से सूर्यग्रहण और शनि अमावस्या का एक ही दिन पड़ना अद्भुत संयोग है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शनि देव को सूर्य का पुत्र कहा जाता है। यदि सूर्य और शनि दोनों ग्रह एक साथ प्रसन्न हो तो लोगों को उत्तम फल मिलता है। ग्रहण के समय जरूरतमंदों और ब्राह्मण को दान करने से पितरों को संतुष्टि मिलती है और सभी मनोकामना पूर्ण होती है।



