मुजफ्फरपुर। एक तरफ जहां कृषि विभाग रवि फसल के लिए बीज वितरण करने का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर लापरवाही के कारण किसानों को बीज के लिए दुकानों के चक्कर काटने पड़ रहे है। स्थिति यह है कि बाढ़ हो जलजमाव से यहां एक और खेत तैयार करने में परेशानी हो रही है
वहीं दूसरी ओर जिन किसानों का खेत तैयार है यह सरकारी बीज के लिए इंतजार कर रहे है। हाल यह है कि आवेदन करने के बाद भी किसानों को गेहूं और मसूर का बीज नहीं मिल पा रहा है।
कृषि विभाग की ओर से किसानों के मोबाइल पर 8 से 10 दिन पूर्व भी लेने के लिए ओटीपी भेज दिया गया लेकिन दुकान का चक्कर काटने के बाद में किसानों को बीज नहीं मिल रहा है। जिला कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 19 हजार 410 क्विंटल अनुदानित दर पर गेहूं के बीच का लक्ष्य निर्धारित है।
इसमें अभी तक जिले को 17 हजार क्विंटल गेहूं का बीज प्राप्त हुआ है जबकि मशहूर, खेसारी, मटर, चना आदि का 2812.16 क्विंटल लक्ष्य तय किया गया है। जिला कृषि कार्यालय का दावा है कि किसानों से मांग बढ़ने के बाद 15 हजार क्विंटल गेहूं के बीच की मांग की गई है।
कुढ़नी प्रखंड के केरमा गांव निवासी किसान मनोज कुमार ने बताया कि उन्होंने मसूर के बीज के लिए आवेदन किया था। उनके मोबाइल पर ओटीपी भी मिल गया लेकिन कृषि कार्यालय से लेकर बीज दुकान तक का दौर लगाने के बाद भी निराशा हाथ लगी मसूर की खेती का समय भी समाप्त हो गया लेकिन उन्हें बीज नहीं मिला।



