कोरोना के कारण कहीं रिश्तों में दूरियां तो कहीं नजदीकियां देखने को मिला है। लेकिन कुछ आंकड़े देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है की इस लॉकडाउन ने हजारों रिश्ते भी तोड़े हैं। कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन ने सामाजिक दूरियां बढ़ा दी है।

इसका असर नई शादियों पर भी साफ तौर पर दिख रहा है। छानबीन किये बिना शादी करने के कारण लड़का और लड़की दोनों को धोखा मिल रहा है। यही कारण है कि पिछले दो साल में शादी टूटने के 2323 मामले पटना महिला थाने में आए। इनमें लगभग एक हजार नई-नई हुईं शादियां भी शामिल हैं। पंद्रह दिन से पंद्रह महीने में शादियां टूटने के मामले सबसे अधिक आए।

राजधानी की एक महिला डॉक्टर की शादी मात्र पंद्रह दिन में टूटने के कगार पर है। महिला डॉक्टर के अनुसार शादी होते ही पति मारपीट कर दहेज के लिए परेशान करने लगा। तीन दिन पहेल मारपीट कर घर से भगा दिया है। महिला डॉक्टर पति के साथ रहना चाहती है, लेकिन पति रखने को तैयार नहीं है।

राजीव नगर की रहने वाली एक युवती ने पति पर सोशल साइट हैक कर ब्लैकमेल करने की शिकायत महिला थाने में की है। युवती का कहना है कि उसकी शादी 2020 में हुई है। शादी इतनी जल्दीबाजी में हुई कि देखा-देखी के एक दिन बाद ही शादी हो गई। शादी के बाद पता चला कि पति शंकालु प्रवृत्ति का है। पहले तो मोबाइल ले लिया। फिर मोबाइल लेकर फेसबुक, व्हाट्सएप हैक कर लिया। फिर अंजान आदमी बनकर बात करने लगा। उसी चैट के आधार पर मारपीट करना शुरू कर दिया। वहीं, पति का कहना है कि उसकी पत्नी का दूसरे पुरुष के साथ अवैध संबंध है।

कंकड़बाग की रहने वाली एक युवती ने महिला थाने में पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। युवती का कहना है कि छह माह पहले ही शादी हुई है। उसके ससुराल वाले मां से भी बात करने नहीं देते हैं। उसका पति दिनभर घर में रहता है। वर्क फ्रॉम होम में रहता है। दिनभर काम करवाता रहता है। इस कोरोना का कहर नए रिश्तों पर टूटा है। लॉकडाउन के कारण जल्दबाज़ी में की गई शादी ने, न जाने कितने ही नए जोड़े को निगला है।