बिहार : घटना रोहतास जिले के सासाराम की है, जहां एक ओर श’राबबंदी को लेकर स’ख्ती की खबरें लगातार सामने आ रही हैं तो दूसरी ओर अधिकारियों व राज्यकर्मियों की लापरवाहियां भी जगजाहिर हो रही हैं। इसी क्रम में सासाराम नगर थाना के थानाध्यक्ष को श’राबबंदी मामले में ला’परवाही बरतने का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है।
स्वास्थ्य विभाग के एक पि’यक्कड़ अफसर को छोड़ देने के आरोप में उन पर का’र्रवाई हुई है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के अफसर के प्रति उनकी रहमदिली उन्हें अपने नि’लंबन से चुकानी पड़ी है।

मामला सुर्खियों में है और इस पूरे मामले के बारे में जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार 23 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग का एक बड़ा अधिकारी सासाराम के सदर अस्पताल के नि’रीक्षण में आया था।

उसके बाद सासाराम के ही एक निजी होटल में अधिकारी अपने कुछ परिचितों के साथ रुके थे। पुलिस को सूचना मिली कि नगर थाना क्षेत्र के पुरानी जीटी रोड पर स्थित एक बड़े होटल में कुछ लोग श’राब के न’शे में हैं।

नगर थाना की पुलिस ने छा’पेमारी की तो वहां से कुछ लोग श’राब के न’शे में मिले। लेकिन, जब पता चला कि श’राब पी’ए हुए लोगों के साथ स्वास्थ्य विभाग का एक बड़ा अधिकारी भी साथ है तो पुलिस थोड़ी देर के लिए बै’कफुट पर चली गई।

आ’रोप है कि इस दौरान पटना से लेकर सासाराम तक के कई बड़े अधिकारियों और नेताओं की पैरवी थानेदार तक पहुंचने लगी। बड़े अधिकारियों की पैरवी पर थानाध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पर नरमदिल हो गए। अधिकारी को घंटे थाने बैठाने के बाद छोड़ दिया।

लेकिन, मोहम्मद आफताब नामक एक व्यक्ति जो अधिकारी के साथ थे, उसे हिरासत में ले लिया गया। आरोप यह भी है कि पुलिस ने शराब के न’शे में गि’रफ्तार व्यक्ति मोहम्मद आफताब के विरुद्ध साक्ष्य प्रस्तुत करने में ला’परवाही बरती तथा उसे भी जमानत मिल गई। जब पूरा मामला सुर्खियों में आया तो पुलिस म’हकामे में ह’ड़कंप म’च गया।