मुजफ्फरपुर। शहर के विकास कर लोगों से जाम से मुक्ति के लिए पुल का निर्माण होना जरूरी है। मगर निर्माणाधीन चंदवारा पुल का अभी तक निर्माण पूरा नहीं हो सका है।
शहर से सटे बूढ़ी गंडक नदी पर बनने वाले दो पुल सबसे महत्वपूर्ण हैं, लेकिन एक भी पूरा नहीं हो सका है। बताया जाता है शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सात वर्ष पहले दोनों पुलों का शिलान्यास किया था। दो वर्षों में इसे पूरा होना था, लेकिन यह नहीं हो सका।
डॉ. जगन्नाथ मिश्रा कॉलेज के पास चंदवारा घाट में बन रहे पुल के संपर्क पथ के लिए भूमि अधिग्रहण का मामला हाल तक फंसा रहा। अब पिछले वर्ष छह सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट के बाद भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू की गई है।
वहीं निर्माणाधीन पुल का एक पाया टेढ़ा हो गया है। दूसरी ओर आथर घाट में पुल का निर्माण तो पूरा हो गया है, मगर संपर्क पथ को लेकर यहां भी परिचालन शुरू नहीं हो सका है।
मालूम हो कि सीएम नीतीश कुमार ने पुल का शिलान्यास वर्ष 2014-15 में किया। करीब 45-45 करोड़ की इन योजनाओं को 2017-18 में ही पूरा कर लिया जाना था। चंदवारा पुल के बनने से शहर के पूर्वी इलाके के लोग एनएच-57 से आसानी से जुड़ जाते।
दरभंगा की ओर जाने के लिए 10 से 15 किमी की दूरी कम हो जाती। पुल के निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से ही अड़ंगा लगता रहा।
अब इसे नए सिरे से बनाने के लिए प्राक्कलन में वृद्धि करनी होगी। वहीं संपर्क पथ का निर्माण भी भू-अर्जन प्रकिया पूरी होने के बाद ही शुरू हो सकेगा। राशि के अभाव में इस वर्ष भी निर्माण कार्य पूरा होगा इसपर संशय है।

