थाने की पुलिस पर घर में घु’सकर महिलाओं के साथ मा’रपीट करने का आ’रोप लगाया गया है। पी’डि़ताओं ने वरीय अधिकारियों से इसकी शि’कायत करने की बात कही है। पी’डि़ता रेखा देवी के हाथ पर डंडा से मारने का निशान भी है। उन्होंने मीडिया के सामने आकर इस घटना के संबंध में जानकारी दी।

पीडि़ता ने बताया कि वे लोग सकरा थाने के रेपुरा गांव की हैैं। अचानक देर रात काफी संख्या में पुलिस वाले घर पर आ धमके। जोर-जोर दरवाजा पी’टने लगे। नींद में होने से दरवाजा खोलने में देरी हुई। आ’रोप लगाया कि जैसे ही दरवाजा खोला सभी गा’ली-ग’लौज करने लगे।

विरोध पर महिलाओं पर डं’डे बरसाने लगे। अगल-बगल के तीन-चार घरों में ताबड़तोड़ तलाशी ली जाने लगी। घर से कीमती सामान, जेवर व कुछ रुपये भी पुलिसवाले ले गए। भूषण ठाकुर ने बताया कि करीब एक घंटे तक पुलिस वहां रुकी। इसके बाद चली गई।

घटना को लेकर गांव में पुलिस के खि’लाफ आ’क्रोश है। वे लोग इसकी शि’कायत करेंगे। बेवजह पुलिस उन लोगों को परेशान करती है। तलाशी के दौरान वहां से कुछ बरामद भी नहीं हुआ।

सकरा थानेदार सरोज कुमार ने कहा कि महिला पुलिस भी छा’पेमारी में गई थी। मा’रपीट का आरोप बेबुनियाद है। शराब मामले में एक आरोपित की तलाश में पुलिस व विशेष टीम ने संयुक्त रूप से छा’पेमारी की थी। शराब कांड में एक आ’रोपित की गि’रफ्तारी हुई थी।

पुलिस पूछताछ में उसकी निशानदेही पर दूसरे आ’रोपित की तलाश ने पुलिस ने कार्रवाई की थी। पुलिस के कार्य में कुछ महिलाएं बाधा ड़ाल रही थीं। इस पर महिला सिपाहियों ने उनको चे’तावनी दी थी। मा’रपीट या बल प्रयोग नहीं किया गया है।