बिहार : शुक्रवार को NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की बैठक में मुकेश सहनी कुछ उखड़े-उखड़े नजर आए। आज उन्होंने एनडीए की बैठक में अपने दिल की भड़ास निकाल दी। यहां तक कह दिया कि यदि उनकी बात नहीं मानी जा रही है।
तो वह इसके बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। मुकेश सहनी ने सरकार में अफसरशाही होने का आरोप लगाया साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बात एनडीए में भी नहीं सुनी जा रही है। अपनी बात को कह कर मुकेश सहनी एनडीए की बैठक से बाहर निकल गए थे।

CM नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज एनडीए विधायक दल की बैठक की गई थी। इस बैठक में बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी के सभी विधायक मौजूद थे।

जब वीआईपी सुप्रीमो और मंत्री मुकेश साहनी की बोलने की बारी आई तो उन्होंने साफ तौर पर यह कहा कि सरकार में अफसरशाही इतनी हावी है कि उनकी बात दरोगा तक नहीं मानते हैं। मुकेश सहनी यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बात एनडीए में नहीं सुनी जाती है।

मुकेश सहनी ने कहा कि- जब उनके विधायक मुसाफिर पासवान का निधन हो गया है तो बोचहां से वीआईपी को टिकट मिलना चाहिए। लेकिन बीजेपी इस पर चुप है।

ऐसी स्थिति रही तो वह मंत्री पद पर नहीं बने रहना चाहते हैं। उन्होंने मल्लाह समाज के आरक्षण की भी बात उठाकर कहा कि जब वह गठबंधन में आए थे तो इस आरक्षण की बात की थी। लेकिन अब तक उनकी बात को नहीं सुनी सुनी गई है। इतना कहकर मुकेश सहनी बैठक छोड़कर बाहर निकल गए।

बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि मैं मंत्री बनने के लिए सत्ता में नहीं आया हूं। इतना कहकर सहनी बैठक से निकल गए।

सहनी की पार्टी की विधायक मिश्री लाल यादव जो बैठक में शामिल थे वे बैठक में बने रहे और उन्होंने कहा राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बेहतर कार्य कर रही है। वे सरकार के साथ हैं और आगे भी बने रहेंगे।