मुजफ्फरपुर। आम लोगों को भी आसानी से शिक्षा मिले और वे मुख्यधारा से जुड़ सकें इसके लिए वर्ष 1919 में मारवाड़ी हाई स्कूल की स्थापना की गई थी। उस समय जिला स्कूल के बाद विद्यार्थी यहीं नामांकन लेते थे।
विद्वान शिक्षकों की टीम और शिक्षण के लिए बेहतर माहौल मिलने के कारण उच्चवर्गीय परिवार के लोग भी अपने बच्चों का यहां दाखिला कराते थे। यहां से निकले शहर के कई लोग विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर रहे हैं।
स्कूल की ओर से बताया गया कि शहर के ही हड्डी रोग विशेषज्ञ डा.शशि कुमार, डा.ब्रजेश कुमार, डा.अरुण शाह, पूर्व एमएलसी गणेश भारती, पूर्व सांसद शिवनंदन ङ्क्षसह यहीं के छात्र रहे हैं। यह परिसर प्रतिभावान शिक्षक और छात्रों से जाना जाता था।
छठी से 10वीं कक्षा तक को मिलाकर करीब पांच से छह सौ विद्यार्थी उस समय दाखिला लेते थे। इसके लिए दोगुना विद्यार्थी आवेदन करते थे। लिखित परीक्षा के बाद नामांकन होता था और प्रतिभावान छात्रों को यहां छात्रावास मिलता था।
स्कूल में करीब 40 वर्ष से सेवा दे रहे दीनदयाल और जैनेंद्र कुमार बताते हैं कि उस समय कक्षाओं में इतनी भीड़ होती थी कि पीछे खड़े होकर विद्यार्थी पढ़ाई किया करते थे। अब विद्यार्थियों की संख्या तो पहले से अधिक है पर उपस्थिति कम रहती है।

