नैशनल कैपिटल रीजन के गाजियाबाद की करीब 40 फीसदी आबादी को साफ और पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। नगर निगम और स्थानीय निकायों के सर्वे में यह खुलासा हुआ है। अधिकारियों द्वारा फिर योजनाएं बनाने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन पिछली योजनाएं अभी तक पूरी नहीं हो पाई हैं।

शहर के कई ऐसे वार्ड हैं जहां जरूरत से कम व दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही है। इसकी बड़ी वजह पुरानी व जर्जर पाइप लाइन का होना बताया गया है। हाल ही में नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने सभी वार्ड में पानी की आपूर्ति को लेकर एक सर्वे कराया।

जिसके तहत पाया गया कि हर वार्ड में पानी की आपूर्ति 2011 की जनगणना के हिसाब से है।

माना जा रहा है जनणना हिसाब से अब 20 फीसदी अधिक लोगों को पानी की जरूरत है। इसके लिए 2025 तक प्रत्येक घर में पेयजल की आपूर्ति करने की तैयारी की गई है। जनपद की हालत तो यह है कि यहां की 40 फीसदी आबादी को साफ पानी नहीं मिल रहा है। अधिकारियों ने अब इस पर योजना बनाने की बात कही है।

टीएचए की 30 से अधिक छोटी-बड़ी कॉलोनियों में रहने वाली लाखों की आबादी को दोनों समय पेयजल नहीं मिल पा रहा। छह लाख से ज्यादा की आबादी को 75 एमएलडी पानी की जरूरत है, जबकि निगम केवल 30 एमएलडी पानी की आपूर्ति कर रहा है।
