मुजफ्फरपुर। बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट व मैट्रिक परीक्षा का आयोजन व रिजल्ट का प्रकाशन हर वर्ष रिकार्ड समय में करता आ रहा है। यदि सबकुछ अपेक्षा के अनुसार ही चलता रहा तो इस वर्ष भी यह परंपरा बरकरार रहने की उम्मीद की जा रही है।
विगत आठ मार्च को इंटरमीडिएट की कापियों का मूल्यांकन पूरा हो गया। उसके बाद की प्रक्रिया को युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।

सबकुछ ठीक से होता रहा तो इस बार होली से पहले ही परिणाम जारी कर दिया जाएगा। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। इंटरमीडिएट परीक्षा का आयोजन इस वर्ष एक से 14 फरवरी 2022 के बीच किया गया था।
उसके बाद से ही मुजफ्फरपुर के 56 हजार समेत पूरे राज्य के 16 लाख 48 हजार परीक्षार्थियों को परीक्षा परिणाम के घोषित होने का बेसब्री से इंतजार है। इस दिशा में बोर्ड की ओर से भी लगातार सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं।
वीक्षकों की कमी के बावजूद समय पर मूल्यांकन के काम को पूरा कराया गया। इस बार बोर्ड ने नई तकनीक पर काम शुरू किया। इसके तहत मूल्यांकन कार्य के साथ ही साथ टैबलेशन का काम भी चल रहा था।
जिस केंद्र पर जितनी कापियां जांची जा रही थीं उसके अंक उसी दिन आनलाइन अपलोड कर दिए गए थे। इस वजह से टैबलेशन के काम में लगने वाला समय बच गया। मूल्यांकन खत्म होते ही मेरिट लिस्ट तैयार करने की दिशा में सभी जुट गए थे। बोर्ड के सूत्रों की मानें तो मेरिट तैयार होने के बाद वैरिफिकेशन का काम चल रहा है। मुजफ्फरपुर के आठ बच्चों के बारे में जानकारी बोर्ड की ओर से मांगी गई थी। इसके बाद कुछ बच्चों को साक्षात्कार के लिए पटना भी बुलाया गया था। वे वहां से लौटकर आ गए हैं। एक या दो दिन में इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद परीक्षा परिणाम जारी होने की जानकारी आधिकारिक रूप से दी जा सकती है। पहले इस बात की आशंका प्रकट की जा रही थी कि होली की छुट्टी की वजह से इसे माह के अंत में ले जाना पड़े, लेकिन जिस रफ्तार से काम हो रहा है उससे लगता है कि 17 मार्च को परिणाम जारी किए जा सकते हैं।
