बिहार : भागलपुर के काजवलीचक ध’माके के आ’रोपी मो आजाद को तीन दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर चुकी है। शुरुआत में कुछ भी बताने से इनकार करने वाले आजाद ने बाद में बताया था कि लीलावती के पटाखा के अ’वैध कारोबार में उसने पैसे लगाये थे। पुलिस उससे और कुछ उगलवाने की कोशिश करेगी। उसे फिर से रि’मांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर सकती है।

तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक में तीन मार्च की रात धमाका क्यों हुआ था? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब 11 दिन बाद भी पुलिस नहीं खोज सकी है। उस रात हुए दो धमाके में 15 लोगों की जान गई थी जिनमें बच्चे भी शामिल थे। अभी तक पुलिस और एफएसएल के एक्सपर्ट यह पता नहीं कर पाये हैं कि वास्तव में उस रात क्या हुआ था और उस वि’स्फोट के पीछे क्या कारण था।

अभी तक की जांच में यह पता चला है कि तीन मार्च की रात काजवलीचक में लीलावती के कमरे में विस्फोट हुआ था और उसी वजह से आधे सेकेंड के अंतर पर महेंद्र मंडल के घर में भी वि’स्फोट हुआ।

पुलिस और एफएसएल के एक्सपर्ट यह पता लगाने में लगे हैं कि विस्फोट बारूद या प’टाखे में आग लगने की वजह से हुई थी या बा’रूद का मिश्रण तैयार करने के दौरान धमाका हुआ। पुलिस उन लोगों की सूची तैयार कर उसे खंगाल रही है जो बारूद की खरीदारी दूसरे राज्यों से करते रहे हैं। काजवलीचक ध’माके के बाद जिले भर में अ’वैध प’टाखा को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

पुलिस ने हिरासत में लिये गये संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर उन लोगों की सूची तैयार की है जो बा’रूद खरीदकर लाते थे। उन लोगों से पुलिस पूछताछ करेगी और यह पता लगायेगी कि वे बारूद कहां सप्लाई कर रहे थे।

