मुजफ्फरपुर। एईएस पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए एसकेएमसीएच में 30 चिकित्सकों का रोस्टर जारी किया गया। एसकेएमसीएच शिशु विभागाध्यक्ष डा.गोपालशंकर सहनी ने कहा कि पीकू वार्ड एक सौ बेड का है।
इसमें मौसमी बीमारियों के 46 बच्चों का इलाज चल रहा है। फिलहाल यहां एईएस पीड़ित एक भी बच्चा नहीं है। लेकिन चिकित्सक अलर्ट रहेंगे। अगर बीमार बच्चे आने लगेंगे तो कोरोना काल में बच्चे के इलाज के लिए बने एक सौ बेड के चाइल्ड वार्ड का उपयोग किया जाएगा।
डॉ. सहनी ने बताया कि एईएस के इलाज के लिए जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं। यहां इलाज के लिए उत्तर बिहार के विभिन्न जिले के मरीज आएंगे। गर्मी में जानलेवा बनी एईएस से बचाव के लिए हर स्तर पर तैयारी चल रही है।
पटना में आयोजित प्रशिक्षण मे सूबे के हर जिले से दो-दो चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया। ये दोनों मास्टर ट्रेनर होंगे। ये इलाज की गाइडलाइन से शिशु रोग विशेषज्ञ को अवगत कराएंगे।
प्रशिक्षण से लौटे एईएस के नोडल अधिकारी डा. सतीश कुमार ने बताया कि उनके साथ सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. चिन्मय शर्मा भी प्रशिक्षण में शामिल रहे।
