समस्तीपुर। गर्मी में बच्चों को कई तरह की दिक्कतें होती हैं। इसमें सबसे आम लू लगना और डिहाइड्रेशन है। इसमें दस्त और उल्टी से बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इन बीमारियों से उन्हें बचाने के लिए जरूरी है कि अच्छे से खाना-पीना कराने के बाद ही बाहर जाने दें।
बहुत जरूरी न हो तो धूप में बच्चे को बाहर नहीं जाने दें। छोटे बच्चों को भी धूप में लेकर नहीं निकलें। सूती कपड़े पहनाएं, जिसमें पूरा शरीर ढंका हो।
हाल के दिनों में तेजी से मौसम का मिजाज अपेक्षा से अधिक गर्म हुआ है। चिकित्सक का मानना है कि ऐसे में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। खास तौर पर बच्चे इसकी जद में जल्द आ जाते हैं।
शिशु एवं युवा रोग विशेषज्ञ डा. निशांत कहते हैं कि गर्मी के दिनों में पानी से सजगता सबसे महत्वपूर्ण सावधानी है। पानी ही लोगों की सेहत बिगाड़ देता है। डायरिया हो या फिर अन्य संचारी रोग। संक्रमण पानी से अधिक फैलता है।
सावधानी यह बरतनी है कि पानी उबला हुआ ही पिएं, घर में इन दिनों ओआरएस का घोल जरूर रखें। जिसे डायरिया हो गया हो उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इस कमी को पूरा करने के लिए ओआरएस थोड़ी-थोड़ी देर में देते रहें।

