
SHEOHAR : शिवहर ब्रह्मस्थान चौक से रजिस्ट्री औफिस तक टूलेन पथ सड़क पर ही कब्जा जमा लिया है। इनकी दबंगई इतनी है कि कानून इनकी जेब के अंदर है। अगर कोई कुछ बोल दे तो उनकी खैर नहीं। शिवहर शहरी क्षेत्र का आलम यह है तो अन्य जगहों की स्थिति क्या होगी सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां दू लेन की सड़क है। अतिक्रमणकारियों ने इसे कब्जा कर सिंगल लेन बना दिया है। सड़क के किनारे बने नाला को कब्जा जमाकर अवैध दुकानें संचालित हो रही है। जबकि दूसरी तरफ फल, सब्जी, चाय नाश्ता व खोमचों वालों का कब्जा है। सीनेमा हाॅल चौक की स्थिति और खराब है। यहां तो सड़क के दोनों तरफ अवैध कब्जा कर लोग दुकाने सजाती है। जबकि रजिस्ट्री चौक से बिस्हर स्थान रोड में टैमपू स्टैंड तक चाय-पान और ठेला वालों का कब्जा है। इस रास्ते से बड़े वाहनों का आना-जाना होता है। इसलिए यहां हमेशा जाम लगती है। इस रास्ते से प्रतिदिन अधिकारियों का आना और जाना होता है। लेकिन उनका ध्यान इन अतिक्रमणकारियों पर नहीं है।

शिवहर जीरोमाइल चौक से में चौक पेट्रोल पंप तक सड़कों की चौड़ाई तकरीबन सौ फीट है, लेकिन अतिक्रमण के कारण यह सड़क सिकुड कर मात्र 25 से 30 फीट का रह गई है।यहां टैक्सी स्टैंड, लोहे का फर्निचर, चाय-पान, फल और खोमचा वालों ने अतिक्रमण कर अपनी दुकान सजा रखी है। शिवहर से पिपराही रोड में नाला का भी अतिक्रमण कर लोगों ने अपनी-अपनी दुकान सजा रखी है। इस पथ में प्रतिदिन 40 से 50 हजार आबादी प्रतिदिन गुजरती है। यहां तकरीबन 20 वर्षो से अतिक्रमण है। दर्जनों बार यहां से अतिक्रमण हटवाया गया, लेकिन अतिक्रमणकारी पुन: काबिज हो गए। प्रतिदिन यहां दो से ढाई सौ अवैध दुकाने सजती है। लेकिन यहां अतिक्रमणकारियों के कब्जा के कारण यह सड़क सिकुड़ कर मात्र एक लेन रह गई है।
शहबाजा निवासी कहते हैं कि अतिक्रमण के कारण नगर पंचायत की सभी सड़कें गली में तब्दील हो गई है। जिसका समाधान अनुमंडल प्रशासन ने आज तक नहीं कर सकी है- शिवहर शहर निवासी मो नसीम कहते हैं कि प्रशासन के निष्क्रियता के कारण यहां अतिक्रमणकारी काबिज हैं। इसको लेकर यहां के जनप्रतिनिधियों को आवाज उठानी चाहिए। पिपराही पथ की स्थिति तो सबसे खराब है। यहां लोगों ने सड़क को कौन कहे नाला को भी अतिक्रमण कर दुकान बना लिया है। इस संबंध में शिवहर धनगसती दल के प्रभारी दयाशंकर साह से पूछने पर बताया कि अतक्रमणकारियों पर आइपीसी के धारा 133 सी के तहत कार्रवाई का प्रावधान है।
