पूर्णिया महिला महाविद्यालय की पार्ट-टू की छात्रा प्रेम कुमारी उर्फ प्राची ने पढ़ाई के प्रति अपनी लगन पेश करते हुए दूसरी लड़कियों के लिए मिसाल पेश की है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ऑनर्स की परीक्षा लेने के बाद जब सब्सिडियरी की परीक्षा की तारीख पूर्णिया विश्वविद्यालय ने बदल दी, तो शिक्षा की ललक ऐसी जगी कि शादी के दिन सारी तैयारी को छोड़ कर प्रेम कुमारी उर्फ प्राची परीक्षा देने पहुंची।

माता-पिता का रहा सहयोग
पूर्णिया कॉलेज केंद्र पर वह सब्सिडियरी की परीक्षा दे रही है। उसके इस कदम की सराहना उसके गांव अमौर के दलमालपुर में खूब हो रही है। छात्रा प्रेम कुमारी उर्फ प्राची के पिता गयानंद साह ने बताया कि प्राची बचपन से ही मेघावी छात्रा रही है। इस कारण उसकी पढ़ाई को लेकर वे तत्पर रहे हैं। उसे उच्च शिक्षा दिलाने को लेकर पेशे से किसान उसके पिता गयानंद साह और माता अनीता देवी संकल्पित हैं।

परीक्षा के समाप्त होने की तिथि के बाद रखी गयी थी शादी की तारीख
मालूम हो कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के पूर्व के कार्यक्रम के अनुसार, 29 मार्च से 12 अप्रैल तक पार्ट टू परीक्षा थी। इसे देखते हुए परीक्षा के बाद प्राची की शादी 21 अप्रैल को तय की गयी। मगर परीक्षा की तारीख ऐसी बदली कि 21 अप्रैल को ही उसकी परीक्षा की तिथि पड़ गयी। घर में शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। घर में मेहमान भर चुके हैं। इस बीच, प्राची ने तय किया कि चाहे जो हो वह अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ायेगी और वह शादी की रस्म छोड़ कर परीक्षा देने के लिए घर से निकल पड़ी।

शादी के रोज 55 किमी दूर परीक्षा केंद्र पहुंची प्राची
प्राची के निर्णय को पूरे परिवार ने भी समर्थन दिया। आखिर में शादी की तैयारी के बीच परीक्षा देने घर से 55 किलोमीटर दूर पूर्णिया कॉलेज पहुंच गयी। हिंदी ऑनर्स की छात्रा प्रेम कुमारी और प्राची ने बताया कि आज होम साइंस की परीक्षा थी। उसने बताया कि शिक्षा का महत्व उनके जीवन में बहुत है। यह कोई जरूरी नहीं है कि उच्च शिक्षा हासिल कर कोई सरकारी नौकरी में ही जाये।

गांव-समाज की भलाई के लिए काम करना चाहती है प्राची
प्राची ने बताया कि उच्च शिक्षा हासिल कर अपने परिवार सहित गांव-समाज की भलाई के लिए कार्य करेंगी। खासकर अपने समाज की महिलाओं और लड़कियों के लिए कार्य करने की आकांक्षा है। इसलिए उच्च शिक्षा हासिल कर रही हूं।
