इस शादी के सीजन में बड़ी संख्या में NRI (विदेश में बसे भारतीय) शादी के लिए देश लौट रहे हैं। कोरोना थमने और ट्रैवल से जुड़ी पाबंदिया हटने के बाद शादियों में तेजी आई है। दूल्हा-दुल्हन के अलावा विदेशी भी भारत की शादियों में शामिल हो रहे हैं। SOTC ट्रैवल के कंट्री हेड डेनियल डिसूजा के मुताबिक, वेडिंग सीजन और गर्मी की छुट्टियों के कारण होटलों का किराया कोविड से पहले की तुलना में 40% अधिक हो गया है।


बॉलीवुड सितारों के परिवार की वेडिंग प्लान करने वाले ‘वेडिंगलाइन’ कंपनी के को-फाउंडर चेतन वोहरा ने बताया कि दो साल बाद शादियां बिना रोक-टोक हो रही हैं। हाल ही में हमने दिल्ली में NRI दूल्हे की शादी कराई। इस सीजन में ऐसी तीन शादियां करवा चुके हैं। तीनों अमेरिका से आए थे।


थॉमस कुक (इंडिया) के प्रेसिडेंट राजीव काले ने बताया, हिल स्टेशनों के होटलों का टैरिफ 30-40% बढ़ा है। समुद्र तट वाले होटलों का टैरिफ 30% तक ज्यादा है। चार धाम, वैष्णो देवी जैसे धार्मिक जगहों पर कमरों की बुकिंग 10-15% महंगी हो गई है। शादी और हनीमून प्लानिंग की वजह से गोवा, हिमाचल, जयपुर और उदयपुर में कमरों का टैरिफ 20 से 25% तक बढ़ा है। डेनियन कहते हैं- हिल स्टेशनों के अधिकांश होटल कपल्स और हनीमूनर्स ने बुक किए हैं। मई-जून में शादियों की भी डिमांड ठीक-ठाक है। फरवरी-मार्च की तुलना में अप्रैल-मई में होटल बुकिंग और इंक्वायरी 170% तक ज्यादा है।

ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष जय भाटिया ने कहा- भारत में विदेशी ज्यादातर अक्टूबर से फरवरी के दौरान शादी और टूरिज्म के लिए आते हैं। दो साल की बंदिशों के बाद एयर ट्रैवल शुरू होने से अभी से शादी के लिए इंक्वायरी शुरू हो गई है। मई अंत और जून तक यह स्पष्ट होगा कि इस बार बाहर से आकर शादी करने वालों की संख्या कितनी रहेगी।

वीजा में वेटिंग, विमान किराया भी 30% ज्यादा
जय भाटिया के मुताबिक, भारत से शादी या हनीमून के लिए विदेश जाने वालों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, यूरोप सहित जो देश वीजा दे रहे हैं, उनके पास पर्याप्त स्टाफ न होने से इसमें 15-15 दिन की वेटिंग है। यूके का वीजा मिलने में 4 से 6 सप्ताह लगते हैं। यूरोप, यूके, यूएस और मिडिल ईस्ट एयर फेयर नॉर्मल से 30% तक ज्यादा है।