समस्तीपुर। नगर परिषद, उत्क्रमित नगर निगम कार्यालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2015-16 में 37 लाख रुपये से की गई सीएफएल एवं एलईडी लाइट की खरीदारी में कई अनियमितताएं उजागर हुई है।
तत्कालीन नप प्रशासन द्वारा नियमों की अवहेलना करते हुए निविदा का निष्पादन किया गया। बोली लगाने के लिए अभिकर्ताओं को तीन सप्ताह की जगह मात्र चार दिन का वक्त दिया गया था।
महालेखा रिपोर्ट के अनुसार नगर परिषद कार्यालय द्वारा 37 लाख 3 हजार रुपये की लागत से सीएफएल व एलईडी बल्ब का अनियमित क्रय किया गया। नियमों की अवहेलना करते हुए सामान की खरीदारी पर 25 लाख 200 रुपये अधिक व्यय किए गए।
सरकार द्वारा अधिसूचित दर पर करों की कटौती नहीं करके आपूर्तिकर्ता को 4 लाख 99 हजार 904 रुपये का अनुचित लाभ पहुंचाया गया है। लेखा परीक्षक के संचिका के अवलोकन में सामने आया कि नगर परिषद समस्तीपुर द्वारा सीएफएल एवं एलईडी लाइट की खरीदारी के लिए वर्ष 2015 में 26 अगस्त को एक अखबार में निविदा प्रकाशित की गई और निविदा खोलने का समय 31 अगस्त निर्धारित किया गया था।
निविदा प्रकाशन के मात्र चार दिनों बाद बोली लगाकर निविदा का निष्पादन कर दिया गया। जिसके बाद निविदा में चयनित फार्म मेसर्स इलेक्ट्रिक सेंटर बंगाली टोला समस्तीपुर से कुल 280 एलईडी लाइट 45 वाट एवं 420 सीएफएल 85 वाट का क्रय क्रमश: 8 हजार 290 और 3 हजार 290 प्रति इकाई की दर से किया गया। इसके एवज में नगर परिषद कार्यालय द्वारा आपूर्तिकर्ता मेसर्स इलेक्ट्रिक सेंटर बंगाली टोला को कुल 37 लाख 3 हजार रुपये भुगतान किया गया। क्रय संचिका के अवलोकन में कई अनियमितताएं उजागर हुई।
