समस्तीपुर। जिले के 100 गांवों के मिट्टी की जांच होगी। जिले के सभी 20 प्रखंडों के पांच-पांच गांव का चयन इसके लिए किया गया है। चयनित गांव के किसानों की कृषि योग्य भूमि का सैंपल संग्रह किया जाएगा। जिले में पहली बार चयनित गांव में संचालित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड एवं मिट्टी नमूना संग्रहण के कार्यों की शैक्षणिक गोष्ठी होगी।
कृषि विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से गोष्ठी में किसानों को भी शामिल करने को कहा गया है ताकि सरकारी की महत्वाकांक्षी योजना को लोकहितकारी एवं सफल बनाया जा सके। किसानों को बेहतर तरीके से इसकी सूचना प्राप्त हो सकेगी। विदित हो कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2015 से मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन अंतर्गत चलाई जारही है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विभाग ने 15 हजार सैंपल जांच करने का लक्ष्य दिया है। खेतों की मिट्टी की उर्वरा शक्ति के मानक की जांच के आधार पर ही उर्वरकों के इस्तेमाल का सलाह किसानों को दी जाएगी।
कृषि विभाग ने रसायन विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 15 हजार सैंपल लेने का लक्ष्य दिया है। लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार, एटीएम व बीटीएम को मिट्टी का नमूना संग्रह कर लेबोरेटरी में जमा करने का निर्देश दिया गया है।
16 मई तक चयनित गांव से मिट्टी का नमूना लेने का डेडलाइन निर्धारित किया गया है। मिट्टी जांच के बाद किसानों को मृदा कार्ड भी दिया जाएगा।

