पटना : बिहार सरकार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देश के बाद विदेशी यात्रियों को सतर्कता डोज देने की तैयारी कर रही है। मंत्रालय के निर्देश के बाद इस प्रस्ताव को राज्य में मंजूरी दे गई है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बहुत से लोगों को शैक्षणिक, रोजगार, खेल टूर्नामेंट में भाग लेने आदि के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने की आवश्यकता पड़ती है। इसके अलावा आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल को भी विदेशों में द्बिपक्षीय व बहुपक्षीय बैठकों में भी भाग लेने के लिए जाना-आना पड़ता है।
दिशा-निर्देशों के अनुसार दूसरी खुराक और सतर्कता डोज के बीच न्यूनतम 90 दिनों की अवधि रखी गई है। बकायदा उसी के लिए आवश्यक प्रविधान कोविन में किए गए हैं। यह कदम अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए उठाया गया है।
पहली, दूसरी और बूस्टर डोज के बीच नौ महीने की लंबी अवधि का इंतजार करना पड़ रहा था। न्यूनतम 90 दिन की अवधि रखने के बाद लोगों की लंबे समय तक इंतजार की समस्या खत्म हो गई है।
केयर इंडिया के स्थानीय टीम प्रमुख, मानसून मोहंती ने कहा कि यह अच्छा और महत्वपूर्ण कदम है। यदि संबंधित लोगों को विदेश यात्रा से पहले उनकी सतर्कता डोज मिल जाती है, तो यह निश्चित रूप से उनकी सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा और उन्हें कोविड-19 वायरस से लड़ने में मदद करेगा।

