असम में बाढ़ से हालात खराब हो गए हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बाढ़ से राज्य के सात जिलों में लगभग 57,000 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 15 राजस्व मंडलों के लगभग 222 गांव प्रभावित हुए हैं। शनिवार को दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग इलाके में लैंडस्लाइड में एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई।


इस प्राकृतिक आपदा से इंसानों के अलावा 1,434 जानवर भी प्रभावित हुए हैं और अब तक कुल 202 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। वहीं, लगभग 10,321.44 हेक्टेयर खेती की भूमि बाढ़ के पानी में डूब गई है।

असम के कछार जिले में स्थिति गंभीर
असम के कछार जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ASDAMA के अनुसार, जिले के 1,685 बाढ़ प्रभावित लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में शरण ली है। वहीं, एक बच्चे सहित 3 लोग शनिवार से लापता हैं। सेना, अर्धसैनिक बलों, SDRF के जवान बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान में जुटे हैं।


लगातार बारिश के कारण होजई, लखीमपुर और नगांव जिलों में कई सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त हो गईं। शनिवार को दीमा हसाओ जिले में बाढ़ से रेलवे लाइन बह गई। कई स्टेशनों की पटरियों पर कीचड़ और पानी भर गया। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से पटरियों के नीचे की जमीन धंस गई और पटरियां हवा में झूलने लगीं।

यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया
NF रेलवे ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि लुमडिंग डिवीजन के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में कई स्थानों पर लगातार बारिश, लैंडस्लाइड और जलभराव के चलते ट्रेन सेवाओं में बदलाव किया गया। हालांकि, दो ट्रेनें फंस गईं। इनमें लगभग 1,400 यात्री थे। इसके बाद डिटोकचेरा रेलवे रूट पर फंसे लगभग 1,245 रेल यात्रियों को एयरलिफ्ट कर बदरपुर और सिलचर लाया गया है और 119 यात्रियों को भारतीय वायु सेना ने सिलचर पहुंचाया है।