MUZAFFARPUR : मिथिला पेंटिंग बिहार विश्वविद्यालय की दीवारों पर भी, अब अपनी चटख रंग बिखेरती नजर आएगी

मुजफ्फरपुर। देश ही नहीं दुनियाभर में अपनी अद्भुत चित्रकला के लिए ख्यातिप्राप्त मधुबनी-मिथिला पेंटिंग अब बिहार विश्वविद्यालय की दीवारों पर भी अब अपनी चटख रंग बिखेरती नजर आएगी। फिलहाल विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन वाले कैंपस में आंतरिक दीवारों को इस पेंटिंग से पाटने की तैयारी है। यह काम गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले यानी 24 जनवरी तक पूरा भी कर लिया जाएगा।

विश्वविद्यालय प्रशासन मधुबनी-मिथिला पेंटिंग करने वाली एजेंसियों में से किसी को यह काम सौंप रहा है। इसके लिए टेंडर नोटिस जारी हो चुका है। सात जनवरी तक कोटेशन आमंत्रित है। फिर उसके बाद एजेंसी का चयन होगा और पेंटिंग का काम शुरू हो जाएगा। बाउंड्री वाल पर 1250 वर्गफीट एरिया में पहले ये पेंटिंग की जाएगी। फिर फीडबैक अच्छा मिलने पर कैंपस के अन्य हिस्सों में भी यह प्रयोग होगा।

पहले अंदर की दीवारें फिर बाहरी परिसर मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित होंगी। विभिन्न तरह की थीमों पर पेंटिंग बनाई जाएंगी। जो आगंतुकों का ध्यान बरबस अपनी ओर खींचेगा। पेटिंग की पूरी थीम स्वच्छता और सुंदर वातावरण का आभास करा रही है। इस पेंटिंग कार्य को पूरा करने में दक्ष कलाकारों की टीम लगेगी।


कम्युनिटी कॉलेज से हो चुकी शुरुआत

एलएस कॉलेज ने अपने में कैंपस में चलने वाले कम्युनिटी कॉलेज से मधुबनी पेंटिंग की शुरुआत कर नजीर पेश किया है। कॉलेज की दीवारें आकर्षक रंग-रूप में संवरने लगी हैं। उसकी दीवारों और खंभों को मधुबनी पेंटिंग्स से सजाने का काम फिलहाल एनसीसी की महिला कैडेट्स ने किया है। 16 दिसंबर को इसपर चर्चा हुई और एनसीसी के अफसरों ने हामी भरी तो यह सोच जमीन पर उतरकर मधुबनी पेंटिंग के रूप में खूबसूरती बिखेर रही। दो-तीन दिन के प्रयास से ही कम्युनिटी कॉलेज कैंपस की रंगत निखर गई।

फिलहाल, बरामदे और खंभों पर कैडेट्स चित्रकारी उकेरी जा सकी है। प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय का कहना है कि पहले कम्युनिटी कॉलेज कैंपस के अंदर-बाहर चित्रकारी होगी। इससे आगे बढ़कर एलएस कॉलेज खेल मैदान की बाउंड्री पर भी मधुबनी पेंटिंग की छटा बिखेरी जाएगी। ताकि, उधर से आने-जाने वालों का ध्यान यह पेंटिंग अपनी ओर बरबस खींचे।

रजिस्ट्रार की पहल, गणतंत्र दिवस की तैयारी
फरवरी में होने वाला दीक्षा समारोह तो एलएस कॉलेज मैदान में होगा। जिसमें राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन शिरकत करेंगे, लेकिन उससे पहले आनन-फानन प्रशासनिक भवन की दीवारों को नया लुक देने के पीछे अधिकारियों का तर्क है कि सामने गणतंत्र दिवस है और यह रजिस्ट्रार की पहल है। चूंकि वे फौज से आए हैं और गणतंत्र दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए कैंपस की खूबसूरती पर ध्यान दे रहे हैं।

बीआरएबीयू रजिस्ट्रार अजय कुमार राय ने बताया कि फीडबैक अच्छा रहा तो फिर इसे कैंपस के अन्य हिस्सों और विभागों में भी प्रयोग होगा। कैंपस को सुंदर और आकर्षक दिखने के साथ सबका ध्यान खींचने के लिए मिथिला पेंटिंग का सहारा लिया जा रहा। गणतंत्र दिवस समारोह, नैक मूल्यांकन और फरवरी में दीक्षा समारोह में आगंतुकों को लुभाने में यह काम आएगा।
फरवरी में होने वाला दीक्षा समारोह तो एलएस कॉलेज मैदान में होगा। जिसमें राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन शिरकत करेंगे, लेकिन उससे पहले आनन-फानन प्रशासनिक भवन की दीवारों को नया लुक देने के पीछे अधिकारियों का तर्क है कि सामने गणतंत्र दिवस है और यह रजिस्ट्रार की पहल है। चूंकि वे फौज से आए हैं और गणतंत्र दिवस समारोह को यादगार बनाने के लिए कैंपस की खूबसूरती पर ध्यान दे रहे हैं।

बीआरएबीयू रजिस्ट्रार अजय कुमार राय ने बताया कि फीडबैक अच्छा रहा तो फिर इसे कैंपस के अन्य हिस्सों और विभागों में भी प्रयोग होगा। कैंपस को सुंदर और आकर्षक दिखने के साथ सबका ध्यान खींचने के लिए मिथिला पेंटिंग का सहारा लिया जा रहा। गणतंत्र दिवस समारोह, नैक मूल्यांकन और फरवरी में दीक्षा समारोह में आगंतुकों को लुभाने में यह काम आएगा।

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