
MANJHAUL/CHERIABARIYARPUR : नववर्ष के अवसर पर मंगलवार को 52 शक्तिपीठों मेंं से एक पौराणिक माता जयमंगलागढ़ मे लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. साल के प्रथम दिन जहां लोग माता के दरबार मेंं अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए देशवासियों के लिए मंगल कामना की. साल के प्रथम दिन पूजा- अर्चना के उद्देश्य से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं मेंं थोड़ी नाराजगी दिखी. चुंकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगातार दूसरे वर्ष भी स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिर के अंदर प्रवेश कर पूजा-अर्चना करने पर रोक बरकरार रखी गई. जिसके फलस्वरूप माता के मंदिर में प्रवेश कर पूजा- अर्चना की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं में मायूसी छा गई.

हालांकि इसके बावजूद माता के चौखट तक पहुंचने के लिए महिला एवं पुरूषों की लम्बी कतारें देखी गई. वहीं स्थानीय प्रशासन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कावर किसान महासभा के संयोजक अनमोल कुमार शरण, समाजिक कार्यकर्ता सह पंसस मनोज भारती सहित अन्य लोगों ने उक्त आदेश को तुगलकी फरमान करार दिया. उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा माता के दरबार मे सदियों से एक जनवरी को पूजा-अर्चना होते आयी है.परंतु स्थानीय प्रशासन यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अपनी ओर से सुरक्षा प्रदान करने मे अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए जन भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है.
नववर्ष की खुशियां मनाने पहुंचे श्रद्धालु पंक्तिबद्ध तरीके से पिकनिक एवं सैर सपाटे की तैयारियों मे जुट गये.उक्त क्रम मे लोगों ने काबर झील मे पहुंच कर नौका बिहार की सैर कर खूब मंनोरंजन किया. वहीं समाजिक कार्यकर्ता निरंजन सिंह के सौजन्य से अन्य साल के भांति इस साल भी आम लोगों के मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन करवाया गया. जिसमें विंदास म्यूजिकल ग्रुप मंझौल के प्रोपराइटर ओमप्रकाश राम के नेतृत्व में कलाकारों ने शमां बांध दिया.

कार्यक्रम में कलाकार शबनम सांवरिया ने ओढ़ के चुनरिया लाले लाल, जयमंगला माय के गजबे शिंगरबा, नसीबा मेरा जाग जाएगा जैसे गीत के बोल पर श्रद्धालू थिरकते एवं झुमते नजर आए. बताते चलें हर साल नववर्ष के अवसर पर राजधानी पटना सहित आसपास के दर्जनों जिले से लाखों की संख्या मे युवा जहां पिकनिक मनाने तो बुजुर्ग माता के दर्शन तथा सालों भर देश मे अमन चैन और शांति की दुआएं मांगेने के लिए अपनी हाजरी देते हैं.

परंतु स्थानीय शासन प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैये के कारण पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है.सफाई एवं पेयजल का दिखा अभाव स्थानीय प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा माता के दरबार मे पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए शुद्धपेय जल के साथ नौका बिहार की सैर के लिए झील की सफाई एवं आधुनिक युग मे मोटरवोट की व्यवस्था नही रहने के कारण थोड़ी नाराजगी दिखी.
पटना से पिकनिक मनाने तथा माता के दर्शन को पहुंचे राहुल, शांतनु इनकी धर्मपत्नी सहित पिकनिक टीम मे शामिल अन्य दर्जनो लोगों ने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के लिहाज से सुरक्षा एवं सुविधा के साथ साथ अन्य किसी प्रकार की तैयारियों को नही देखकर नाराजगी व्यक्त की. जबकि साफ -सफाई के साथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए शुद्धपेयजल का अभाव दिखा.

वहीं समाजिक कार्यकर्ता निरंजन सिंह के द्वारा मंंदिर परिसर के पास मुफ्त चाय एवं शुद्धपेयजल की व्यवस्था मिल का पत्थर साबित होते दिखा. खुशगवार मौसम के कारण लोगों में काफी उत्साह दिखा .महिलाओं की सबसे अधिक भीड़ मीना बाज़ार में हरेकमाल की दुकान पर दिखी. युवा एवं बच्चे विभिन्न प्रकार के झुले, चाट, शमोशे एवं गोलगप्पे की दुकानों पर अपनी शोभा बढ़ाते दिखे. मौसम के मिजाज बदलने एवं खुशगवार मौसम का आनंद उठाने के लिए सुबह दस बजे से ही मंझौल जयमंगलागढ़ पथ पर जाम का नजारा दिखा,एक बजे तक लाखों की संख्या मे श्रद्धालु ऐतिहासिक धरोहर जयमंगलागढ़ पहुंच चुके थे.मंझौल गढ़पुरा मेन रोड से जयमंगलागढ़ के सड़क मे तीन स्थानों पर निजी वाहन स्टैंड बनाया गया था.जहां प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती की गयी थी.परंतु कुछ आम लोगों के द्वारा सुरक्षा के नाम पर हाथ मे लाठी लेकर श्रद्धालुओं को परेशान किया जा रहा था,जबकि प्रशासन भीड़ के आगे बौना और मुकदर्शक नजर आ रही थी.

माता के मंदिर के आसपास सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त दिखा.मंझौल एसडीएम दुर्गेश कुमार, एसडीपीओ सूर्यदेव कुमार, पुलिस निरीक्षक विभा कुमारी, बीडीओ कर्पुरी ठाकुर, सीओ राजीव रंजन चक्रवर्ती, ओपीध्यक्ष राज कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि अमित आनंद, मुखिया प्रतिनिधि सुरेश सहनी, समाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरूण सिंह, विद्यार्थी परिषद के नेता कन्हैया कुमार,घनश्याम देव,भाजपा नेता शरद कुमार सहित अन्य दर्जनों स्थानीय समाजिक कार्यकर्ता पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था मे तत्पर दिखे.

पिकनिक मनाने एवं सैर सपाटा के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के बीच विलूप्त हो रही गिद्ध पक्षी आकर्षण का केंद्र बना रहा. बताते चलें जयमंगलागढ़ निवासी रामजीवन सदा पिछले बीस सालों से गिद्ध पक्षी पाल रखा है. जिसे मेला में लोगों के बीच लाकर पालतू होने का प्रर्दशन करवाया. जिसे देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. मौके पर मौजूद पक्षी विशेषज्ञ मो अलीहसन ने लोगों को उक्त पक्षी के बाबत जानकारी देते हुए उसे रसियन भल्चर करार दिया तथा बोले अब यह प्रजाति विलुप्ति के कगार पर पहुंच गई है. वहीं राम जीवन सदा ने बताया इस पक्षी को सप्ताह में दो दिन मांस एवं अन्य दिन रोटी चावल खिलाकर रखते हैं. इतना हिलमिल गया है कि बातें भी समझता है. कभी उड़कर भागने की कोशिश नहीं करता है.