भोजपुर जिले के तीयर थाना क्षेत्र के यादवपुर गांव में दो दिन से लापता छात्र का शव बरामद हुआ है। उसका शव गांव में ही स्थित सड़क किनारे से रविवार को बरामद हुआ है। शव के मिलने से गांव में एवं आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया।

मृतक तीयर थाना क्षेत्र के तीयर गांव निवासी कामता यादव का 18 वर्षीय पुत्र मिथिलेश कुमार उर्फ मुन्ना कुमार है एवं इंटर का छात्र था। इधर मृतक के चचेरे भाई जितेश कुमार ने गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या कर शव को फेंके जाने का आरोप लगाया है।

उसने बताया कि बीते शुक्रवार की शाम गांव के ही पिंटू यादव व रोशन कुमार नामक युवक उसे घर से बुलाकर ले गए थे। देर शाम जब वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने काफी खोजबीन की। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। इसी बीच रविवार की शाम गांव में ही स्थित सड़क किनारे से पुलिस ने उसका शव बरामद किया।

जिसके पश्चात पुलिस ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी। वहीं दूसरी ओर मृतक के चचेरे भाई जितेश कुमार ने कहा कि वर्ष 1992 में गांव के ही रामायण यादव की हत्या हुई थी। जिसके बाद उनके परिवार वालों के बयान पर उसके पट्टीदार के काशी यादव, भीम यादव, मृतक के पिता कामता, हीरालाल यादव एवं अयोध्या यादव के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया था। इसमें मृत मिथिलेश के पिता कामता यादव, काशी यादव एवं भीम यादव अभी भी जेल में बंद है। जबकि जेल में ही हीरालाल यादव एवं अयोध्या यादव की मौत हो गई थी।

इसको लेकर उन लोगों से विवाद चला रहा है। इसी विवाद को लेकर मृतक के चचेरे भाई जितेश कुमार ने गांव के ही रामजी यादव, राजू यादव व राजेश यादव सहित कुछ लोगों पर अपने भाई की हत्या कर शव को फेंकें जाने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है।