पटना। पटना, दानापुर और आसपास के इलाकों में खुद को सेना का अफसर और जवान बताकर आ’पराधिक घ’टनाओं को अंजाम देने की बात नई नहीं है। कभी आर्मी के नाम पर ठगी तो कभी ड’राने-ध’मकाने के मामले भी सामने आते रहते हैं। बेउर थाना के हरनीचक मोहल्ले में खुद को आर्मी का जवान बताने वाले चंचल ओझा के घर से पुलिस ने ह’थियारों का जखीरा ब’रामद किया, तो आसपास के लोग है’रान रह गए।
तलाशी के क्रम में इस शख्स के घर से दो क’ट्टे, रि’वाल्वर, दोनाली बं’दूक, 136 का’रतूस और तीन दर्जन से अधिक खोखे मिले। चंचल ने बंदूक और रि’वाल्वर के ला’इसेंस जम्मू व कश्मीर के उधमपुर जिले से निर्गत होने का दावा किया है। एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि अब तक उसके सेना में होने का प्रमाण नहीं मिला है। चंचल को पहले भी किसी मामले में बेउर थाने से जे’ल भेजा गया था। उसने अभी किसी ह’थियार का ला’इसेंस प्रस्तुत नहीं किया है।
हरनीचक में फा’यरिंग की सूचना पर पहुंची बेउर थाने की पुलिस को एक व्यक्ति ने चंचल ओझा के मकान से गो’ली चलने की बात कही। उस व्यक्ति के मकान के बाहर गो’ली का निशान भी था। इसके बाद पुलिस ने चंचल के मकान की तलाशी ली।
ह’थियारों के साथ रि’वाल्वर का हालेस्टर और गन क्लीनिंग रोड भी बरामद हुआ। पुलिस का कहना है कि चंचल के संबंध कई ह’थियार तस्करों से हैं। पुलिस के मुताबिक, चंचल मूल रूप से रोहतास जिले के बधईला थानांतर्गत विशुनपुर का निवासी है।
उसका कहना है कि वह आर्मी में चालक है। उसकी तैनाती अमरनाथ में है। वहीं, पुलिस को उसके पास से आर्मी का परिचयपत्र नहीं मिला। पुलिस सेना के अधिकारियों से संपर्क कर चंचल के बयान का सत्यापन कराएगी।
