नगर थाना क्षेत्र के पतालेश्वर नाथ मंदिर में सोमवार की सुबह सांप को गले में लपेटकर पूजा करने के दौरान गले में सांप ने डंस लिया। इसके बाद भी उसने पूजा बंद नहीं की और महादेव की पूजा पूरी करने के बाद सांप के लेकर घर पहुंचा और पूरी बात परिजनों को बताई। जबतक लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंचते तब तक नगर थाना क्षेत्र के कटरा मोहल्ला के रहने वाले रामेश्वर पंडित की जान जा चुकी थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि रामेश्वर पंडित प्रतिदिन बाबा पातालेश्वर नाथ मंदिर में सांप के साथ जाकर सुबह की पूजा करता था। जब कभी मोहल्ले एवं आसपास के मकानों, दुकानों में सांप होने की सूचना मिलते ही वहां पहुंचकर सांप को पकड़कर उसे जंगल में लेजाकर सुरक्षित जगह पर छोड़ देता था, जबकि कुछ सांपों को अपने घर में भी रखता था।

लोगों ने बताया कि रामेश्वर पंडित 100 से अधिक सांपों की जान बचा चुका है। सांप पकड़ने के दौरान उसे कई बार सांप ने हाथ-पैर में भी काट चुका है। मगर उसे सांप का कटने का असर नहीं होता था। वह अपने पास कोई जड़ी रखता था। जब कभी सांप काट लेता था, तो वह उस जड़ी को सांप काटने की जगह पर रगड़ लेता था। सोमवार की सुबह रोज की तरह सांप के साथ पूजा करने पातालेश्वर नाथ मंदिर आया था।

सांप को गले में लपेटकर पूजा कर रहा था। इसी दौरान सांप ने उसके गले में डंस लिया। सांप काटने के बाद भी अपनी पूजा समाप्त कर उस सांप को सुरक्षित अपने घर में रखकर फिर मंदिर आया। जहां उसकी तबीतय खराब होते देख आस-पास के स्थानीय लोग जुट गए।

पूछे जाने पर रामेश्वर पंडित ने लोगों को बताया कि उसे पूजा करने के दौरान सांप ने गले में काट लिया है, हालांकि जब तक लोग उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाते उसकी मौत हो गई। इधर, घटना की सांप कटने से मौत की सूचना मिलते ही पूर्व वार्ड पार्षद निकेत कुमार डब्लू और मंदिर कमेटी के सदस्य और सैकड़ों लोग जुट गये।
