हाजीपुर : वैशाली जिले में रोजाना लूट, हत्या, अपहरण का सिलसिला जारी है। सोमवार की रात नगर थाना क्षेत्र के चौरसिया चौक से पांच की संख्या में हथियारबंद कार सवार अपराधियों ने दुकान बंद कर घर लौट रहे खादबीज व्यवसायी को फिरौती के लिए अगवा कर लिया। व्यवसायी को एनएच फोरलेन से भगवानपुर होते मुजफ्फरपुर की ओर ले जा रहे थे। इसी दौरान एनएच पेट्रोलिंग टीम को देखकर कार तेज भागने लगी।

शक होने पर पुलिस ने पीछा कर कार को पकड़ा तब किडनैपिंग का खुलासा हुआ। तब तक कार में सवार दो अपराधी भाग निकलने में कामयाब हो गए। तीन अपराधियों को पुलिस ने आर्म्स व गोली के साथ गिरफ्तार किया है। हाजीपुर से हुई किडनैपिंग, अपहृत की बरामदगी के साथ तीन बदमाशों को गिरफ्तार किए जाने की सूचना पर एसपी देर रात भगवानपुर थाना पहुंच कर पूछताछ व घटनाक्रम की जानकरी ली।

बाइक से घर लौटने के दौरान कार में सवार पांच अपराधियों ने कर लिया था अगवा
आर्म्स व गोली बरामद
गिरफ्तार तीनों अपराधियों में से एक के पास से दो लोडेड पिस्टल बरामद हुआ। थाना लाकर उनसे कड़ाई से पूछताछ हुई। किडनैपर सौरभ कुमार मिश्रा इमादपुर, मनीष कुमार कुतुबपुर एवं मो मेराज मुर्गीया चौक असोई का रहने वाला है। बताया गया कि गिरफ्तार मों मेराज व सौरभ कुमार पहले भी आर्मस एक्ट में जेल जा चुका है।

घर के पास से किडनैपर ने उठाया
खादबीज व्यवसायी रंजीत कुमार उर्फ पप्पू की यादव चौक पर खाद-बीज की दुकान है। बताया गया कि रात करीब आठ बजे अपनी दुकान बंद कर हाजीपुर बरई टोला स्थित अपने आवास पर बाइक से जा रहा था। जैसे ही वह चौरसिया चौक के निकट पहुंचा था कार लगाए अपराधियों ने पिस्टल की नोक पर रोक लिया। पिस्टल देखते भय से वह बाइक से गिर गया। कार से उतरे चार बदमाशों ने उसे उठा कर धक्का देकर कार में बैठा लिया। उठाने के बाद कार की पीछे सीट पर बैठे तीन अपराधियों ने उसकी पिटाई करते हुए पिछली सीट के आगे गैप में लिटाकर अपने पैर से दाब दिया। कार को उन लोगों द्वारा फोरलेन एनएच पर उत्तर दिशा में मोड़ते देखा। पैर के नीचे दबे होने के कारण वह नहीं देख पा रहा था।

कार को पुलिस ने पीछा कर पकड़ा व्यवसायी की किस्मत ही कहें कि अगवा किए जाने के अगले कुछ घंटों में वह मुक्त हो गया। थानाध्यक्ष रामकृष्ण परमहंस ने बताया एसआई गिरधर लाल, आरएन पांडेय और पुलिस बलों के साथ छापेमारी के लिए वे निकले थे। पुलिस टीम बिहारी बिठौली गांव के निकट एनएच पर थी इसी दौरान कार को अचानक स्पीड पकड़ते पाया। पुलिस टीम को देखकर कार को भागते पाकर शक हुआ। भागती कार का पीछा कर पकड़ा गया। जांच-पड़ताल की ही जा रही थी कि कार से उतर कर दो भाग निकले। एक व्यक्ति को सीट के नीचे मुंह-हांथ बंधा पाया गया। तीनों बदमाशों को कवर करने के बाद सीट के नीचे पड़े व्यक्ति को बंधन से आजाद कर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह खादबीज व्यवसायी है।

फरार दो बदमाश में एक रह चुका है थाने की गाड़ी का ड्राइवर पकड़े गए तीन अपराधियों ने मौके से भाग निकलने में कामयाब अपने दो साथियों के नाम का खुलासा किया है। पुलिस की गिरफ्त में आने से बच निकले मुकेश कुमार हाजीपुर गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर का रहने वाला है। पंचायत चुनाव में वह वार्ड सदस्य निर्वाचित हुआ है। वह पुलिस के अत्यंत निकट बताया जा रहा है। थाना द्वारा हायर प्राईवेट गाड़ी पर ड्राईवर रह चुका है।

वह हाजीपुर औद्योगिक, ट्रैफिक पुलिस की गाड़ी चला चुका है। दस दिन पूर्व तक गंगाब्रिज थाना द्वारा किराए पर ली गई प्राईवेट गाड़ी चला चुका है। दूसरा फरार अपराधी हाजीपुर गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के जेठुई मठ के महंत का पोता सुमित कुमार है। व्यवसायी को अगवा करने में प्रयुक्त मारूति की वैगन आर कार बरामद हुआ है जो जेठुई मठ पर ही लगा पाया जाता रहा है। कार में फर्जी दो और नंबर प्लेट बरामद किया गया है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अपराधी फर्जी नंबर प्लेट का उपयोग अलग-अलग अपराध करने के लिए किया करते थे।