सीवान में सोमवार को कैदी की मृत्यु होने के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर पीट-पीटकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा था। इस मामले में एक पुलिसकर्मी की भी पिटाई कर दी गई थी। अब इस मामले में मुफस्सिल थाने की पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जबकि दूसरी तरफ मृतक के परिजन DGP बिहार से आरोपित जेल अधीक्षक संजीव कुमार तथा अन्य दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है। मामला 12 जुलाई का है।
![]()
जहां जीबीनगर तरवारा थाने की पुलिस ने सोनबरसा के गूलरबागा निवासी अवध यादव के 35 वर्षीय पुत्र बाल्मीकि यादव को एक लीटर शराब के साथ घर से गिरफ्तार कर लिया था। घटना में मृतक की मां शैल कुमारी देवी ने बताया कि जब हम अपने पुत्र को छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे तो शराब कांड में फंसा देने की धमकी देते हुए पुलिसकर्मियों ने उनसे 30 हज़ार ले लिए और कहा कि उनके बेटे को छोड़ देंगे। फिर भी उन लोगों ने उनके पुत्र को नहीं छोड़ा और सीवान जेल भेज दिया। परिजनों का आरोप है कि जेल के अंदर बाल्मीकि यादव को पुलिसकर्मियों ने बंदूक के कुंदे और लाठी डंडों से बेरहमी से पीटा जिसके बाद सदर अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।

ड्राइवरी करता था बाल्मीकि यादव
बाल्मीकि यादव गांव पर रहकर ड्राइवरी करने का काम करता था। वह दूसरे की गाड़ी चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। उसके परिवार में पत्नी मुन्नी देवी तथा तीन लड़के एक लड़का 12 वर्षीय सुमित कुमार,लड़की 7 वर्षीय प्रीति कुमारी तथा 10 वर्षीय ज्योति कुमारी है। मृतक के परिजनों को न्याय पर भरोसा है।

कहते हैं जेल अधीक्षक
जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि बाल्मीकि यादव नशे का आदी था।उसे शराब कांड में पकड़ा गया था। जेल में उसे नशा नहीं मिलने पर वह खुद को चोट पहुंचा रहा था। उसकी तबीयत बिगड़ने पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं पुलिसकर्मी की पिटाई मामले में कोई भी अधिकारी कुछ कहने से बच रहा है।


