सहरसा में शिक्षा का मंदिर बना बाढ़ पीड़ितों का आश्रय:नौकरी पाने को लेकर सैकड़ों छात्र प्रति दिन खंडहर में करते पढ़ाई

सहरसा में नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत पटेल मैदान में बाढ़ पीड़ितों के लिए आश्रय स्थल बनाया गया था ,जो आश्रय स्थल खंडहर में तब्दील हो गया ।वही खंडहर में तब्दील बाढ़ आश्रय स्थल पर अभी वर्तमान में सेड के नीचे सैकड़ों छात्र नॉकरी पाने को लेकर बाढ़ आश्रय स्थल पर बना शेड के नीचे प्रत्येक शनिवार को परीक्षा की तैयारी को लेकर पढ़ाई करते हैं। सैकड़ों छात्र तिरपाल बिछा कर पढ़ाई करते हैं।

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वहीं यह बाढ़ आश्रय के अच्छे भाग को गोदाम बना दिया गया है।तो वहीं जर्जर शेड के नीचे लॉज में रह रहे छात्र ज्ञान की डुबकी लगाने प्रत्येक शनिवार को आते हैं।जानकारी हो कि सभी छात्र सप्ताह भर की तैयारी कर के प्रत्येक छात्र हर शनिवार को जर्जर बाढ़ आश्रय स्थल पर पहुंचते हैं जहां छात्रों द्वारा खुद ही मॉक टेस्ट लिया जाता है।शेड के नीचे पढ़ रहे छात्र अर्जुन कुमार की माने तो हमलोग एक सप्ताह में जो परीक्षा के लिए तैयारी करते हैं उसी का मॉक टेस्ट यहां बाढ़ आश्रय पर लिया जाता है और खुद ही प्रश्न हमलोग बनाते हैं।

 

वहीं छात्र ये भी बताया कि जो छात्र प्रश्न बनाता है वो उस दिन मॉक टेस्ट में शामिल नहीं हो सकता है।वह फिर अगले शनिवार को इस मॉक टेस्ट में शामिल होगा।इस तरह से पढ़ रहे छात्र को देखकर बाजारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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