अररिया : शाहनवाज आलम राजद कोटे से मंत्री बनाए गए हैं. वे दिवंगत पूर्व राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के तीसरे बेटे हैं. उनके बड़े भाई सरफराज आलम हैं. 17 सितंबर 2017 को शहनावाज के पिता मो. तसलीमुद्दीन (पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री) के निधन के बाद जोकीहाट विधानसभा छोड़कर सरफराज आलम ने 2018 के लोकसभा का उपचुनाव राजद के टिकट पर जीता था.

बता दें कि अररिया लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सरफराज आलम ने जोकीहाट विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. 2018 में जोकीहाट उपचुनाव राजद के टिकट से शहनवाज आलम जीत गए. मगर 2019 के लोकसभा चुनाव में सरफराज आलम की हार हो गई. मो. तस्लीमुद्दीन और सरफराज आलम नौ बार जोकीहाट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, इस कारण उन्होंने फिर जोकीहाट से 2020 विधान सभा चुनाव में दावेदारी ठोक दी थी.
इसके बाद 2020 में हुए बिहार विधानसभा के आम चुनाव में शाहनवाज आलम को राजद ने टिकट नहीं देकर बड़े भाई सरफराज आलम को पर दांव लगाया. नाराज शाहनवाज आलम ने एएमआईएमआई का दामन थामा और ओवैसी की पार्टी से चुनाव मैदान में उतरा और जीत भी दर्ज की. इसके बाद शाहनवाज आलम ने ओवैसी की पार्टी के चार विधायक के साथ 30 जून, 2022 को राजद में शामिल हो गए और अब मंत्री भी बन गए.




