बेतिया के एक स्कूल से एक वीडियो सामने आया है। इसमें यूनिफॉर्म पहने बच्चे हाथ में कुदाल लेकर मिट्टी खोद रहे हैं। इसके बाद बोरी पर रखकर उसे उठा रहे हैं। वीडियो चनपटिया प्रखंड के खर्ग पोखरिया पंचायत अंतर्गत राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, जई महतो टोला का बताया जा रहा है। जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वीडियो में ये भी दिख रहा है जब बच्चे मिट्टी उठा रहे हैं तो वहां हेड मास्टर भी मौजूद थे। वो खुद बच्चों से मिट्टी उठवा रहे थे। उनसे जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से फूलों की क्यारी में मिट्टी डालने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रधानाचार्य खुद खड़े होकर करा रहे ‘मजदूरी’
वीडियो में प्रधानाचार्य सरफराज अहमद बच्चों को मिट्टी भरने का इशारा भी कर रहे हैं। स्कूली बच्चों का कुदाल से मिट्टी काटने और ढ़ोने का वीडियो किसी व्यक्ति ने बनाकर विद्यालय की व्यवस्था की पोल खोलने के मकसद से इसे वायरल कर दिया है। अब सवाल उठता है कि शिक्षा के जिस मंदिर में बच्चों का भविष्य संवारा जाता है, वहां मासूमों को बाल मजदूर बना दिया गया है। जिन बच्चों के कोमल हाथों में पेन और पेंसिल होनी चाहिए, उन हाथों में काम करने के लिए कुदाल पकड़ा दिया गया है।

बागवानी का काम कराने के निर्देश का दिया हवाला
इस बारे में जब प्रधानाचार्य सरफराज़ अहमद से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि विद्यालय में फूलों की क्यारियां बनवाई गई हैं। इसमें बच्चों से मिट्टी डलवाई गई। उन्होंने बताया कि बागवानी में स्कूली बच्चों से मिट्टी डलवाने के लिए विभागीय निर्देश भी है।

इधर प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) योगेश कुमार ने बताया कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है। यदि ऐसा है तो काफी गलत बात है। जांच कर दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।



