मुजफ्फरपुर। राज्य के मुख्य सचिव ने स्मार्ट सिटी के सभी प्राेजेक्ट पूरे करने के लिए मई 2023 तक की डेडलाइन तय कर दी है। हाई लेवल स्टेयरिंग कमेटी के फैसले के आलाेक में स्मार्ट सिटी की सभी निर्माण एजेंसियाें से इसे लेकर रिवाइज प्लानिंग मांगी गई है।

इसमें निर्माण एजेंसी काे बताना है कि किस माह में काैन काम पूरा हाेगा, किस प्राेजेक्ट में कितने मजदूर लगेंगे और उसके पास क्या-क्या संसाधन हैं। दूसरी तरफ फेस लिफ्टिंग प्राेजेक्ट के लिए मार्च तक का समय दे दिया गया है।
शहर में 29 कराेड़ रुपए की लागत से सूतापट्टी, कंपनीबाग, पंकज मार्केट इलाकाें में फेस लिफ्टिंग का काम चल रहा है। इसके तहत ड्रेनेज बनाने के साथ दुकान-मकानाें के अगले हिस्से काे एक तरह का बनाना व सरैयागंज टावर का साैन्दर्यीकरण करना है।
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के सभी काम जून तक पूरे करने की तैयारी थी। लेकिन, नगर भवन काे छाेड़ कर स्मार्ट सिटी का काेई भी प्राेजेक्ट अब तक पूरा नहीं हुआ है। पटना में हुई हाई लेवल स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में इसे निर्माण एजेंसियाें की लापरवाही बताते हुए गहरी नाराजगी जताई गई। जबकि, नई डेडलाइन तय करने से स्मार्ट सिटी अधिकारियाें व निर्माण एजेंसी की बेचैनी बढ़ गई है।
जिस रफ्तार से स्मार्ट सिटी के काम हाे रहे उससे ताे सिकंदरपुर मन के जीर्णाेद्धार समेत कई प्राेजेक्ट के मई तक पूरे हाेने में संशय है। मन के लिए अभी एनआसी भी नहीं मिला है, जबकि यहां 3 पार्ट में काम हाेना है। सीवरेज लाइन व एसटीपी में भी समय लगेगा। पिछले 8 माह में टाउन थाने से सूतापट्टी तक भी नाला नहीं बना। जबकि, टाउन थाने से अखाड़ाघाट तक सड़क व नाला बनाना है। वैसे यदि इस डेडलाइन तक काम हाे गए ताे लोगों काे बहुत जल्द बड़ी समस्याओं से निजात मिल जाएगी।
