वन मंत्री तेजप्रताप यादव ने पटना चिड़ियाघर का औचक निरीक्षण किया। गुरुवार को वे शाम के समय वहां पहुंचे। वे चिड़ियाघर के आयुर्वेदिक वाटिका में गए और विभिन्न तरह के आयुर्वेदिक पौधों के बारे में जानकारी ली। इस वाटिका को उन्होंने और अच्छी तरह से डेवलप करने का निर्देश दिया।

वे बाघ के केज के पास गए। बाघ के बैठने की अदा ने उन्हें काफी सम्मोहित किया। उन्होंने बाघ की फोटो खींचने को कहा। जब से तेजप्रताप पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री का पदभार संभाला है पटना चिड़ियाघर, ईको पार्क, राजगीर सफारी आदि स्थानों पर गए हैं।

राजगीर में तो उन्हें वहां की वादियों ने इतना आकर्षित किया कि वहां रील भी बनवायी। तेजप्रताप यादव ने अरण्य भवन में अफसरों के साथ मीटिंग भी की। उन्होंने पटना चिड़ियाघर में जानवर, पक्षी, औषधीय पौधों, गुलाब गार्डेन, आदि से जुड़ी विजिटर्स सुविधाओं पर विस्तार से बातचीत की। पटना चिड़ियाघर में फिर से टॉय ट्रेन चलाने पर भी बात हुई। साउथ अफ्रीका से जानवर लाने और मछली घर के सौंदर्यीकरण पर भी उन्होंने चर्चा की।

बच्चों की टॉय ट्रेन फिर से यहां चलायी जाएगी
पटना चिड़ियाघर में एक बार फिर से बच्चों के लिए टॉय ट्रेन चलायी जाएगी। आठ साल बार इसकी पुनः शुरूआत होगी। 2014 में यहां टॉय ट्रेन का इंजन खराब हो जाने के बाद से यह बंद पड़ा है। इंजन से लेकर बोगी तक खराब हो चुके हैं। ट्रैक भी अब नया लगाना होना। उसकी लकड़ियां सड़ चुकी हैं। अभी यहां ट्रैक लेस टॉय ट्रेन चलायी जा रही है जो यहां की सड़क पर चलती है।

दानापुर रेल मंडल के इंजीनियर पटना जू आए आकर टॉय ट्रेन शुरू करने से जुड़ी तैयारी भी शुरू कर दी है। 10 दिनों के अंदर सर्वे का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद नया ट्रैक बिछाने का काम किया जाएगा। बता दें कि1977 में यहां टॉय ट्रेन की शुरूआत की गई थी। आगे 2004 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने वाष्प इंजन वाली नई ट्रेन यहां दिलवाई थी।





