रोहतास जिले के डिहरी में स्थित सिंचाई यांत्रिक प्रमण्डल कार्यालय के दर्जनों फाइलें शुक्रवार सुबह सड़क किनारे फेंकी मिली। ये फाइलें विभाग के टेंडर से संबधित बताई जाती है। राहगिरों ने जब फाइलों को सड़क किनारे देखा। इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही विभागीय अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और फाइलों को वापस बोरों में डालकर वापस कार्यालय में पहुंचाया।

फाइलें सड़क पर मिलने के बाद विभाग में हडकंप है। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को भी दी गई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि फाइलें सिंचाई यांत्रिक प्रमण्डल के कार्यशाला के कमरें में रखी गई थी। ये कमरें जर्जर है, दिवार भी टूटी हुई है।

सड़क पर फेंक दी थी
चोरों ने फाइलें निकाल कर सड़क पर फेंक दी गई थी। सिंचाई यांत्रिक प्रमण्डल के कार्यशाला में पहले भी चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। यहां दिन में सुरक्षा गार्ड रहता है, परंतु रात में कोई गार्ड नहीं रहता। कार्यशाला की चहारदीवारी भी टूटी हुई है, इसलिए यह असमाजिक तत्वों का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन इतने महत्वपूर्ण फाइले इतनी लापरवाही से क्यों रखी गई थी, कार्यशाला में चेर कैसे घुसे, अज्ञेर वो फाइलें क्यों बाहर ले गए, इन सवालों के जवाब देने से अधिकारी बच रहे हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी
सिंचाई यांत्रिक प्रमण्डल के कनीय अभियंता मनोज कुमार कहते हैं कि फाइलों को रखने की जिम्मेदारी लेखापाल देवेश कुमार की है। उनसे पूछताछ की जा रही है कि फाइल सड़क पर कै।से पहुंचे। उच्च अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दी गई है। जरूयरत पड़ने पर विभागीय जांच एवं प्राथमिकी भी कराई जाएगी।






