आरा में पांच दिन की मासूम बच्ची की मौत के बाद उसकी बुआ शव को गोद में लेकर मां दुर्गा के मंदिर पहुंच गई। गेट पर बैठकर मां दुर्गा से गुहार लगाने लगी। माता से हाथ जोड़कर बोली-चुपचाप क्यों बैठी हो, सांसें लौटा दो। महिला को रोती-बिलखती देखकर वहां आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई।

कई लोग सड़क पर खड़े होकर मामले की जानकारी लेने लगे। लेकिन महिला बच्ची के शव को गोद में लेकर मां दुर्गा से गुहार लगाती रह गई। हालांकि थोड़ी देर के बाद परिजन मंदिर के गेट से लौट गए।

क्या था मामला
मामला शहर के शिवगंज इलाके का है। यहां स्थित दुर्गा मंदिर पर सोमवार की शाम 6 बजे के करीब पीरो थाना क्षेत्र के जितौरा बाजार के रहनेवाले चंदन केशरी का परिवार पहुंचा। चंदन की बहन की गोद में नवजात का शव था। उस वक्त गेट बंद होने की वजह से चंदन की बहन बाहर ही बैठ गई और मां दुर्गा से बच्ची के प्राण वापस करने की गुहार लगाने लगी। कहने लगी कि जब दुनिया में जिंदा रखना ही नहीं था, तो दिया क्यों? चुपचाप क्यों बैठी हो, सांसे लौटा दो।
चंदन केशरी ने बताया कि पांच दिन पहले पीरो के एक निजी अस्पताल में उसकी पत्नी खुशबू देवी को बच्ची हुई थी। रविवार की रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। पेट में दर्द शुरू हुआ, फिर गैस बनने लगा। हमलोग उसे पीरो अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। वहां से आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां डॉक्टर ने जांच करने के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मेरी बहन शव को दुर्गा माता के मंदिर ले आई।

चंदन गांव में ही अंडा बेचता है। उसने बताया कि यह पहली बेटी थी। एक साल पहले 2021 में ही उसकी शादी खुशबू से हुई थी। चंदन ने बताया कि मेरी बहन मां दुर्गा की बहुत पूजा करती है। इसलिए बच्ची की मौत के बाद अस्पताल से ही शव को लेकर माता के दरबार में आ गई। हालांकि चंदन अपनी बहन और परिवार के सदस्य को समझा-बुझाकर घर ले गया।




