पटना के राम कृष्णा नगर में पुलिस वाले के घर में चल रहे हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस रैकेट को इंजीनियर चला रहा था। झारखंड के जमशेदपुर का रहनेवाला दिनेश कुमार इस रैकेट को चला रहा था और वो टेल्को में इंजीनियर है। इस मामले में हिरासत में ली गई लड़कियों ने कई और चौंकाने वाले राज खोले हैं। इनका अड्डा रांची, पटना के अलावे और कई जगहों पर था।

लड़कियों को डॉक्टर्स, बिल्डर्स और कई राजनेताओं के घर भी भेजा जाता था। बताया जा रहा है कि इस धंधे में शामिल सरगना ने कस्टर के लिए अलग-अलग लड़कियों के अलग-अलग रेट तय कर रहे थे। 1 घंटे से लेकर एक रात और फिर साथ बाहर ले जाने के लिए अलग रेट था। पुलिस ने इस धंधे में शामिल 5 लड़कियों और 4 लड़कों को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया था। इनमें संचालक की सहयोगी ममता कुमारी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था।

हाई प्रोफाइल था रैकेट, पटना से रांची तक बना था अड्डा
पूछताछ में यह बातें सामने आई कि लड़कियों की सप्लाई बड़े बिल्डर, हाई प्रोफाइल डॉक्टर और राजनेताओं तक की जाती थी। इसके लिए लड़कियों की फोटो दिखाकर रेट तय किया जाता था। 1 घंटे के लिए 1500 रुपए तय थे, जबकि एक रात के लिए 3500 रूपए। इसके अलावा अगर कोई कस्टमर लड़की को अपने साथ बाहर ले जाना चाहते था तो उसके लिए मोटी रकम अदा करनी पड़ती थी।

मजबूर लड़कियों को फंसाती थी ममता
गिरोह की सरगना ममता ऐसी लड़कियों की तलाश करती थी जो परिवार या पति से परेशान होकर घर से अलग रह रही हो। वह मजबूर लड़कियों को ही अपना शिकार बनाती थी और नौकरी का झांसा देकर इस धंधे में धकेल देती थी। पकड़ी गई लड़कियां बिहार के कई जिलों के अलावा कोलकाता की रहने वाली बताई जा रही हैं।

मकान मालिक की भी तलाश जारी
बता दें कि रविवार की रात राम कृष्णा नगर थाना पुलिस ने सुभाष नगर रोड नंबर 3 में एक मकान में छापेमारी कर इस सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने जिस मकान में छापेमारी की, उस पर नवल किशोर नाम के एक पुलिस वाले का नेम प्लेट लगा था। पुलिस अब यह जांच करने में जुट गई है कि इस धंधे में पुलिस के किसी अधिकारी का हाथ तो नहीं।




