हाईकोर्ट के वकील FIR द’र्ज:खुद को जज बताकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठ’गे थे 14 लाख से अधिक रुपए

पटना के कोतवाली थाना में खुशरूपुर के रहने वाले हाईकोर्ट के वकील कुणाल गौरव त्रिपाठी के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है। मामला ठगी का है। ठगी के शिकार हुए एक युवक के बयान पर ही पुलिस ने केस दर्ज किया है। सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर वकील ने 20 लोगों से 70-70 हजार रुपए के हिसाब से कुल 14 लाख रुपए से अधिक की ठगी की है। थानेदार संजीत सिंह ने केस दर्ज किए जाने की पुष्टि की है।

फोटो 2 सितंबर की है, जब खुद को जज बताने वाले वकील को किडनैप किया गया था। - Dainik Bhaskar

थानेदार के अनुसार वकील के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं। क्योंकि, ठगी के शिकार लोगों ने कैश में रुपयों का ट्रांजेक्शन किया है। जिसका कोई ठोस सबूत नहीं है। इस कारण मोबाइल पर वकील से हुए बातचीत की रिकॉर्डिंग की जांच की जा रही है। दूसरे तरीके से कई और ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं। जिन लोगों के साथ ठगी हुई है, पुलिस की टीम अब एक-एक कर उन सभी का बयान दर्ज करेगी। प्रोपर तरीके से केस की जांच करने के बाद ही वकील के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

2020 में लिए रुपए और फिर कोरोना के नाम पर टालते रहा

दरअसल, साल 2020 में पटना हाईकोर्ट में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड के लिए अखबार में विज्ञापन छपा था। चंदन नाम का युवक सीमांचल सिक्योरिटी सर्विस में गार्ड की नौकरी करता है। उसने पुलिस को बताया था कि वकील कुणाल ने खुद को हाईकोर्ट का जज बताते हुए फोन किया। अपना नाम राजा बताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की सिक्योरिटी के लिए कुछ गार्ड की आवश्यकता है। जिसकी भर्ती होनी है। चंदन ने ही बताया कि उसने 20 लोगों से 70-70 हजार रुपए मिलाकर कुल 14 लाख रुपया जुटाकर कुणाल को दिया था। काफी दिन बीतने के बाद जब लोगों को नौकरी नहीं मिली, तब वे लोग खुद को जज साहब बताने वाले वकील पर दबाव बनाने लगे। तब कुणाल ने कोरोना का हवाला दिया और 2 साल ऐसे ही बीता दिया।

किडनैपिंग के बाद सामने आया मामला

ठगी के शिकार हुए चार लोगों ने मिलकर जज बताने वाले वकील को 2 सितंबर को बहाने से पटना बुलाया था। कहा था कि एक व्यक्ति 70 हजार रुपए देना चाहता है और उसे भी गार्ड की नौकरी चाहिए। फिर खुशरूपुर से वकील राजेंद्र नगर टर्मिनल आया और वहां से गाड़ी में बैठाया। इसके बाद उसे वैशाली के देसरी लेकर चले गए थे।

हाथ-पैर बांध कर वकील को एक पॉल्ट्री फॉर्म में रखा था। उसकी पिटाई भी की। वीडियो बनाया और फिर उसके मोबाइल से ही घर वालों को भेज दिया। छोड़ने के एवज में पहले 5 लाख तो बाद में 1.70 लाख का डिमांड कर दिया था। तब परिवार ने पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों से कांटैक्ट किया। पूरे मामले की जानकारी दी थी।

इसके बाद STF की मदद से छापेमारी कर पुलिस ने औरंगाबाद के चंदन कुमार, वैशाली जिले में देसरी के रोहित, जनदाहा के सुभाष और प्रिंस को गिरफ्तार किया है। रोहित, सुभाष और प्रिंस आपस में फुफेरे ममेरे भाई हैं। 3 सितंबर को पटना पुलिस ने वकील के किडनैपिंग केस का खुलासा किया था। साथ ही वकील के जज बनकर नौकरी दिलाने के नाम पर रुपयों की ठगी के खेल के बारे में भी बताया था।

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