वीडियो जो पुलिस बताना चाहती है- आधी रात को मोतिहारी SP डॉ. कुमार आशीष आम आदमी बनकर थाने में FIR दर्ज कराने पहुंचते हैं। संतरी की ड्यूटी पर तैनात लेडी कॉन्स्टेबल रायफल तानकर पूछती है- ठहरो कौन है। फिर कहती है आगे बढ़ें। बाद में एसपी उससे कहते हैं- बड़े साहब कहां हैं, एफआईआर करानी हैं। उसकी मुस्तैदी देखकर इनाम देने की घोषणा करते हैं।

हकीकत में क्या है- वहां पहले से ही कैमरा लेकर पुलिसकर्मी तैनात है। पता है एसपी साहब आने वाले हैं। वह पीछे से धीमी आवाज में कहता है- चलिए बोलिए। फिर लेडी कॉन्स्टेबल रायफल तानकर बोलती है- ठहरो कौन है। वीडियो जारी करते समय यहीं पुलिस गलती कर दी। जब एसपी आम आदमी बनकर गए थे, तो कैमरा वहां क्या कर रहा था।

अब क्या हो रहा है- लोग मीम बनाकर मोतिहारी पुलिस की मुस्तैदी पर मजे ले रहे हैं। सवाल पूछ रहे हैं- साहब कैमरा के साथ आम आदमी FIR दर्ज कराने नहीं जाता। जी, हां यह मोतहारी पुलिस की नौटंकी का यह वीडियो 6 सितंबर की रात का है। थाना है-मोतिहारी के लाखौरा। यहां ड्यूटी पर तैनात थीं- लेडी कॉन्स्टेबल आकृति कुमारी। एसपी साहब आधी रात को आम आदमी बनकर पहुंचे थे और आकृति कुमारी ने रायफल तान दी।

यहां एसपी के पहुंचने से पहले ही थाने में लाइट, कैमरा और एक्शन की पूरी व्यवस्था कर ली गई थी। जैसा वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है। कैमरामैन ही डायरेक्टर की भूमिका निभाते हुए कहता है कि शुरू करिए और फिर शुरू होती है मोतिहारी पुलिस की यह फिल्म शूटिंग।

इतना ही नहीं, महिला सिपाही की सर्तकता कहें या अच्छी एक्टिंग, एसपी साहब इतने प्रभावित हो गए कि उन्होंने उसे पुरस्कृत करने की भी बात कह दी। एसपी साहब कहते हैं- तुमने अच्छा काम किया है। पांच सौ रुपए दिया जा रहा है। आगे की इतनी मुस्तैदी से काम करना।


