बगहा. बिहार के वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के जंगल से पहुंचे बाघ के हमले में एक महिला की मौत हो गई. घटना हरनाटाड़ वन क्षेत्र के बैरिया काला की है. बाघ के हमले का शिकार बनी महिला धान के खेत में गई थी जहां 40 वर्षीय महिला गुलबंदी को बाघ ने हमला कर मार डाला. घटना के बाद वन विभाग के विरुद्ध बैरिया गांव के ग्रामीण आक्रोशित हो गए . ग्रामीणों के मुताबिक दो माह के अन्दर बाघ के हमला में बैरिया गांव में ही दो लोगों की मौत हो गई थी, इसके बावजूद भी वन विभाग की ओर से वनकर्मियों की कोई भी पेट्रोलिंग नहीं कराई गई.
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बैरिया गांव व सरेह मे आये दिन बाघ की चहलकदमी की सूचना वन विभाग को दी गई थी जिससे लोगों मे डर का माहौल बना रहा. वन विभाग की ओर से घटना के बाद एक दो दिनों तक पेट्रोलिंग करा कर बंद कर दिया गया और फिर एक बड़ा हादसा हो गया. इस बावत वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डाक्टर नेशामणी के. ने बताया कि हरनाटाड़ वनक्षेत्र के बैरिया मे बाघ के हमले में महिला की मौत की सूचना मिली है. इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए हरनाटाड़ वन क्षेत्र अधिकारियों के नेतृत्व में वनकर्मियों की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है.

घटना के बाद जांच के आदेश दिये गये हैं. निदेशक ने बताया कि गश्ती में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध कारवाई की जायेगी, वहीं वन क्षेत्र अधिकारियों के नेतृत्व में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है. लौकरिया थानाध्यक्ष अभय कुमार ने नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने वन विभाग की टीम के आने के बाद घटनास्थल से महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.




