जब इंसान पूरी तरह से थक और हार जाता है तो वह अंत में भगवान के शरण में हीं आता है. आप अक्सर देखते होंगे कि भक्तगण लंबी-लंबी पैदल यात्रा और दंडवत यात्रा कर वैष्णो माता के दरबार या देश भर में कई ऐसे देवस्थल जहां लोग कठिनपरिश्रम कर अपने आराध्य के दर पर पहुंचते हैं. ऐसा ही एक मामला मुंगेर में देखने को मिला. जहां एक मां ने अपनी बेटी को पेट दर्द से छुटकारा दिलाने और उसकी सलामती के लिए गुजरात से मुंगेर पहुंची और 12 घंटे कठिन दंडवत यात्रा कर मुंगेर स्थित शक्तिपीठ मां चंडिका के दरबार पहुंचकर पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगी.

बेटी की तकलीफ ने मां को कराया कठिन दंडवत यात्रा
दरअसल, भागलपुर जिला के नाथनगर स्थित चंपानगर के रहने वाले मनोज शर्मा की 35 वर्षिय पत्नी आरती शर्मा को 1 पुत्र और 1 पुत्री है. पुत्र देवराज शर्मा जो 9 वर्ष का है और पुत्री निष्ठा कुमारी जो 5 वर्ष की है. आरती शर्मा की पुत्री निष्ठा को बचपन से ही पेट में दर्द रहता है. जिसको लेकर उसके माता-पिता ने 2.5 वर्ष की उम्र में ही उसके पेट की जांच करवाई. रिपोर्ट में बताया गया कि उसके पेट में पथरी है. आरती शर्मा ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद इलाज कराया तो पथरी निकल गयी, लेकिन बेटी की पेट में दर्द की समस्या अब तक दूर नहीं हो सकी है. बेटी की सलामती के लिए इस भीषण गर्मी और धुप का परवाह किये बगैर 12 घंटे में 2 किलोमीटर की दंडवत यात्रा कर माता चंडिका के दरबार में हाजिरी लगाया है.

मनोकामना पूर्ण हुई तो दोबारा लगाएंगे मां के दर पर हाजिरी
आरती शर्मा ने कहा कि 5 वर्षीय बेटी की पथरी का इलाज तो हो गया, लेकिन पेट में दर्द बरकरार है. अपनी बेटी की कष्ट को दूर करने के लिए मां चंडिका के दरबार में हाजिरी लगाया है. आगे उन्होंने कहा कि यदि मां चंडिका मनोकामना पूर्ण करती है तो दोबारा माता के दरबार हाजिरी लगाने आऊंगी. आरती शर्मा वर्तमान में अपने पति और बच्चे के साथ गुजरात में रहती है, उनके पति मनोज शर्मा मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.



