पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव की तरह गाय पालेंगे. जो प्लानिंग है उसके अनुसार नीतीश कुमार की योजना अपने गांव हरनौत में गाय पालने की है. दरअसल गांव में गाय पालने की इच्छा सीएम नीतीश कुमार ने पहले ही जताई थी. जानकारी के अनुसार गायों के लिये चारे की व्यवस्था भी मुख्यमंत्री के अपने ही खेत से हो जाएगी. हालांकि गाय कब आएंगी इसकी तारीख और महीना अभी तय नहीं है.
जानकारों का मानना है कि राजनीति में सक्रिय होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रिश्ता गांव, गाय और गोबर से आज भी कायम है. खेती और किसानी आज भी उनके जेहन में हैं. शायद यही कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजना पैतृक गांव कल्याण बिगहा में गाय पालने की है. सीएम के पुराने और जर्जर कच्चे पैतृक आवास को ग्रामीणों के सहयोग से पक्का बना लिया गया है. उसी में गोशाला भी बनाई गई है.
गांव के लोगों की माने तो नीतीश कुमार ने खुद गांव में गाय पालने की इच्छा जताई थी. इसलिए गोशाला का निर्माण कराया गया है. चारे की व्यवस्था मुख्यमंत्री के अपने ही खेत से हो जाएगी। दूध की मार्केटिंग के लिए गांव में ही सहकारी समिति भी है. दर्जन भर गाय को पाला जाना है. उपयोग के बाद बचा दूध गांव की सहकारी समिति को बेच दिया जाएगा. ग्रामीणों की माने तो सहकारी समिति में दूध बिक्री की दर से भी सीएम को अवगत करा दिया गया है। सीएम के घर की चाबी रखने वाले रजनीश ने बताया कि गाय पालने की तैयारी पूरी कर ली गई है. बस गायों का इंतजार किया जा रहा है. तत्काल यहां दस गाय रखनी है. हालांकि, गोशाला की क्षमता इससे अधिक की है.
नीतीश कुमार का खेती से है गहरा लगाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संयुक्त परिवार से ताल्लुक रखते हालांकि इनकी खेती पट्टे पर है. ग्रामीण बताते हैं कि नीतीश कुमार का खेती से गहरा लगाव है. वे किसानों की भलाई की बात करते रहते हैं. यही वजह थी कि जब वे केंद्रीय कृषि मंत्री बने थे तो देश में पहली बार कृषि रोड मैप बनाया गया था. सीएम स्वयं कई बार अपने बड़े भाई सतीश कुमार से भी आग्रह कर चुके हैं कि उन्हें खेती-किसानी करनी चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस पहल से उनके गांव के लोग भी बेहद उत्साहित हैं.



