पुलिस वाला डाग स्‍क्‍वाड फे’ल हो गया, तो स्‍ट्रीट डाग ने पलक झपकते सु’लझाया केस

भोजपुर जिले में गांव की अवारा कुतिया ने पुलिस के प्रशिक्षित डाग स्क्वाड को मात देकर एक केस काफी हद तक सुलझा दिया है। ऐसा दावा अपहृत किशोर के परिवार और गांव वालों ने किया है। दरअसल, यहां चार दिनों से लापता एक किशोर का शव टुकड़ों में मिला है।

भोजपुर में स्‍ट्रीट डाग ने सुलझाया मर्डर का केस। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीरबामपाली से लापता था दयानिध‍ि 

मामला बामपाली से अपहृत किशोर दया के शव खोजने से जुड़ा है। पुलिस मुहकमा के लाखों की कीमत वाले प्रशिक्षित डाग स्क्वाड के कुत्ते जो नहीं कर पाए वह गांव के एक स्‍ट्रीट डाग ने कर दिखाया। अपहृत दयानिधि का शव खोजने का श्रेय इसी स्ट्रीट डाग को जाता है।

पहले दिन पैर लेकर आया स्‍ट्रीट डाग

रविवार को उसने मृतक का पैर ढूंढ निकाला था और उसे महतवनिया काली मंदिर के समीप लाकर रखा था। जब लोगों ने बच्चे का पांव देखा तो इलाके में हड़कंप मच गया था। मृतक के स्वजनों ने उसे दयानिधि का पैर बताया था। पुलिस को सूचना हुई। डाग स्क्वायड बुलाया गया डाग स्क्वायड के प्रशिक्षित कुत्ते झाड़ी दर झाड़ी, नदी के किनारे और अन्य जगहों पर शव की तलाश करते रहे, लेकिन नतीजा शून्य रहा।

दूसरा डाग स्‍क्‍वाड भी हो गया था फेल 

अंधेरा होते होते दूसरे डाग स्क्वाड को बुलाया गया था। काफी मशक्कत के बाद भी वे शव नहीं ढूंढ पाए थे। लेकिन गांव की कुतिया सोमवार सुबह करीब छह बजे जब रेल लाइन के करीब 20 फीट दूरी पर स्थित झाड़ी की ओर लपकी तो शौच करने गए गांव वालों को संदेह हुआ। वे झाड़ी के पास आए तो शव को देखकर उनके पांव तले की जमीन खिसक गई। शव मिलने की सूचना मृतक के परिजनों तथा पुलिस को दी गई। एक अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने में गांव की स्ट्रीट डाग ने धुरंधर डाग स्क्वाड को मात दे दी।

पुलिस ने चार अहम बिंदुओं पर मांगी जानकारी

इधर, पुलिस द्वारा इस मामले में चार प्रमुख बिंदुओं पर तीन सदस्य गठित डाक्टरों की टीम से मंतव्य मांगा है। सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक अरुण कुमार के निर्देश पर तीन सदस्य डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया। इस टीम में आन ड्यूटी चिकित्सक डा.शैलेंद्र कुमार, डा.अमन एवं डा. केएस चौबे की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने मृत्यु के कारण, कटा पैर व सिर समेत शेष भाग के एक ही शरीर के होने, बच्चे की उम्र एवं मृत्यु के समय के बारे में जानकारी मांगी है।

भाई व दो बहन में दूसरे स्थान पर था दया

मृत बालक अपने दो भाई व दो बहन ने दूसरे स्थान पर था। मृत बालक के परिवार में मां बेबी देवी व दो बहन निशा कुमारी,रमिता कुमारी एवं एक भाई ऋतु राज है। इस घटना के बाद मृत बालक की मां बेबी देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था

स्वजनों की भी संलिप्तता की होगी जांच

इधर, बामपाली गांव के जिन चार लड़कों को पुलिस ने बाल सुधार गृह भेजा हैं, उनके पिता व दादा समेत छह स्वजनों को उठाकर पूछताछ कर रही है। इधर, घटना के बाद एसपी संजय कुमार सिंह ने भी सदर अस्पताल पहुंचकर आवश्यक छानबीन की। उन्होंने बताया कि बच्चे के स्वजन लड़कों के घर वालों पर भी संलिप्तता की आशंका जता रहे है। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच करेगी। स्वजनों व बरामद शव का डीएनए भी कराया जाएगा। घटना के बाद सभी एंगल से जांच की जा रही है।

ये है पूरा मामला 

दरअसल, दयानिधि अपनी बहन की परीक्षा में नकल कराने के लिए उसके स्‍कूल गया था। उसने चिट का जो पुर्जा अपनी बहन की तरफ फेंका, वह बगल की लड़की को लग गया। बगल की लड़की इसे लव लेटर समझ बैठी। इसके बाद उस लड़की के नाबालिग भाइयों ने दयानिध‍ि को जमकर पीटा था। इसी के बाद से दयानिधि गायब था।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading