मधुबनी. बिहार के मधुबनी जिले में शनिवार की शाम खास तरीके से दिवाली मनाई गई. इस कार्यक्रम का आयोजन बाबूबरही प्रखंड के पिपराघाट के त्रिवेणी संगम तट पर हुआ जहां भव्य दीपोत्सव मनाया गया. इस कार्यक्रम में 11001 दीपों को जलाकर हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जय मां कमला का उद्घोष किया और हुए वातावरण को रमणीय बना दिया. मिथिला मिरर एवं नीरा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का शुभारंभ पद्मश्री बौआ देवी, पद्मीश्री दुलारी देवी, मधुबनी के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार, मिथिला मिरर एवं नीरा फाउंडेशन के संस्थापक ललित नारायण झा, जिला पार्षद रणधीर खन्ना एवं समाजसेवी संतोष कुमार झा ने संयुक्त रूप से किया.
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पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने कहा कि मिथिला ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक भूमि है और मुझे मिथिला में काम करने का अवसर मिला है जो मेरे लिए गौरवान्वित करने वाला पल है. मिथिला में इस प्रकार का दीपोत्सव अपने आप में अद्वितीय है और यहां आकर अच्छा लग रहा है. पद्मश्री बौआ देवी एवं पद्मश्री दुलारी देवी ने कहा कि मिथिला में इस प्रकार से कमला आरती का होना अपने आप में सुखद अनुभूति करवा रहा है.
मिथिला मिरर एवं नीरा फाउंडेशन के अध्यक्ष ललित नारायण झा ने कहा कि हजारों की संख्या में भक्त यहां पहुंचकर कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाया है और अगले साल संस्था आमलोगों के सहयोग से 1 लाख दीप जलाने का लक्ष्य रखेगा. उन्होंने कहा कि पिपराघाट को राजकीय सम्मान का दर्जा दिलवाना संस्था का लक्ष्य है. ज्ञात्वय हो कि बिहार के जल संसाधान सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा पिपराघाट में भव्य रिवर फ्रंट बनवाने की इच्छा पहले ही जता चुके हैं.
आपको बता दें कि प्रयागराज की तरह ही मिथिला भूमि पिपराघाट में भी तीन नदियों का त्रिवेणी संगम है जहां दो नदियां सदृश्य हैं जबकि एक अदृश्य. प्रयागराज में जहां गंगा-यमुना हैं और सरस्वती अदृश्य तो पिपराघाट में कमला-बलान हैं सोनी अदृश्य हो चुकीं हैं. कार्यक्रम में बाबूबरही के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, राजनगर मुखिया संघ के अध्यक्ष शेखर सुमन, राजनगर सतघरा के मुखिया सविता चौधरी, सतघरा के मुखिया नंद कुमार यादव सहित सैकड़ों के संख्या में राजनीतिक, सामाजिक एवं अन्य क्षेत्रों अणमान्य लोगों की उपस्थिति रही.



