काली पूजा 2022: प्रतिमा विसर्जन के दौरान मां काली के शरीर से जेवर उताकर भागे चो’र, फ‍िर तो…

भागलपुर के इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर इलाके में काली महारानी प्रतिमा के जेवरात की बुधवार को हिंसक झड़प बाद लूट की गुरुवार को जांच शुरू कर दी गई है। सिटी एएसपी शुभम आर्या स्वयं मामले की मानीटरिंग कर रहे हैं। मारपीट और लूटपाट की घटना को लेकर एक पक्ष ने इशाकचक पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कई गंभीर आरोप लगा सिटी एएसपी से शिकायत की है। सिटी एएसपी ने कहा मामले की जांच की जा रही है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

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विसर्जन जुलूस में शामिल असमाजिक तत्वों ने की मारपीट

बूढ़ानाथ मुख्य सड़क पर गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब प्रतिमा विसर्जन जुलूस में शामिल असामाजिक तत्वों ने मेला देखने आए लोगों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। इस कारण विसर्जन शोभा यात्रा देखने आए लोगों में भगदड़ मच गई। इस घटना में चार लोगों को चोट आई है। जिसमें मुन्ना नामक युवक की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। वहीं, करीब एक दर्जन महिला और बच्चों को भी चोटें आई। इस घटना से नाराज लोगों ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब असामाजिक तत्वों द्वारा लोगों पर लाठी बरसाया जा रहा था, उस समय पुलिस ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। पुलिस जवान भी वहां से भाग निकले। असामाजिक तत्वों ने सड़क किनारे लगी करीब एक दर्जन बाइक और चार पहिया वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

इधर, घटना की सूचना मिलते ही एएसपी सिटी शुभम आर्य, एसडीओ धनंजय कुमार सहित कई थाना की पुलिस सहित घटना स्थल पर पहुंची। घटना में घायल लोगों को उपचार के लिए स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से मायागंज अस्पताल भेजा गया। काली पूजा महासमिति के उपाध्यक्ष अभय कुमार घोष उर्फ सोनू, विनय कुमार सिन्हा ने बताया कि बड़ी खंजरपुर का विसर्जन शोभा जुलूस था। इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस के आने के बाद वे लोग प्रतिमा को बीच सड़क पर छोड़ कर भाग गए। पुलिस ने प्रतिमा को बूढ़ानाथा मंदिर के पास रखा है।

समिति के उपाध्यक्ष ने बताया कि बूढ़ानाथ मोहल्ले की महिलाएं और बच्चे जुलूस देखने के लिए सड़क किनारे खड़े थे, उनलोगों को भी लाठी से पिटाई की गई। स्थानीय गौतम कुमार ने बताया कि खंजरपुर विसर्जन जुलूस में शामिल कुछ लोग बिना किसी कारण के लाठियां बरसाने लगे। सड़क किनारे लगे करीब एक दर्जन दुकानों में तोड़फोड़ किया गया। मोहल्ले में भी प्रवेश कर लोगों की पिटाई की गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि घटना के समय पुलिस भी भाग गई। घटना के बाद लोग धरना पर बैठ गए। बाद में बम काली की प्रतिमा का विसर्जन बूढ़ानाथ गंगा घाट पर ही करने का निर्णय लिया गया।

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