बिहार की राजधानी पटना में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मौसम में बदलाव के साथ ही मच्छरों की गतिविधि पटना सहित राज्य के तमाम दूसरे शहरों में बढ़ गई है। दूसरी तरफ डेंगू की रोकथाम के लिए फागिंग और एंटी लार्वा के छिड़काव के दावे ज्यादातर इलाकों में हवा-हवाई ही साबित हो रहे हैं।

पटना में लगातार बढ़ रहा संक्रमण
पटना में तीन दिन बाद एक बार फिर डेंगू रोगियों का आंकड़ा बढ़ गया है। बुधवार को लिए गए नमूनों में से 173 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। वहीं पीएमसीएच में 73 लोगों की जांच में से 39, आइजीआइएमएस में 54 में से 18 और एनएमसीएच में 86 में से 35 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। हालांकि, तीनों अस्पतालों की रिपोर्ट अभी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में शामिल नहीं है।

आंकड़ों में पांच हजार के पार मरीजों की संख्या
इसके साथ ही जिले में डेंगू रोगियों की संख्या पांच हजार 95 हो गई है। इसके अलावा फुलवारीशरीफ में दो महिलाओं की मौत की सूचना है। इनमें से एक किडनी रोग से पीडि़त थी। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी नहीं है। इनमें से अजीमाबाद अंचल में 52, कंकड़बाग में 15, पटनासिटी में 15, बांकीपुर में 52 और नूतन राजधानी अंचल में 6 मरीज मिले हैं। प्रखंडों में 13 मरीज मिले हैं। वहीं 13 रोगियों का पता उपलब्ध नहीं है।

आंकड़ों पर सवाल उठने की कई वजहें
डेंगू के हजारों मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। उन्होंने जांच भी निजी जांच केंद्रों पर ही कराई है। ऐसे मरीजों का कोई डाटा सरकार तक नहीं पहुंच रहा है। सरकार केवल अपने अस्पतालों की जांच रिपोर्ट गिनकर रिपोर्ट जारी कर रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कम है असर
डेंगू का असर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में कम है। बक्सर जिले के चौगाईं प्रखंड के स्थानीय गांव में रहने वाली एक किशोरी में डेंगू का लक्षण मिला। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। पीडि़त किशोरी का इलाज स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है और चिकित्सकों के अनुसार किशोरी की हालत में सुधार हो रहा है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. मितेन्द्र कुमार ने बताया कि इसको लेकर न सिर्फ उपरोक्त मोहल्ले में दवा का छिड़काव कराया जा रहा है बल्कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में भी साफ सफाई के अलावा बनाए गए डेंगू वार्ड को सुव्यवस्थित किया गया है।

छठ में बाहर से आने वाले बढ़ा रहे चिंता
छठ पर्व के दौरान बाहर से आने वाले डेंगू के साथ ही कोरोना को लेकर भी चिंता बढ़ा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि प्रवासियों के साथ इन बीमारियों की नई स्ट्रेन बिहार आ सकती है। हालांकि, इससे बचाव के लिए तैयारियां उस स्तर पर नहीं दिख रही हैं। खासकर पटना में फागिंग और दवा छिड़काव को लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दावे पूरी तरह अमल में आते नहीं दिख रहे हैं।


