पश्चिमी चंपारण: नगर के मुख्य सड़क से अतिक्रमण हटाने के दौरान रविवार को अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा। हंगामा के बाद मामला उग्र हो गया। जिसके बाद मचे बवाल में अतिक्रमणकारियों ने रोड़े बाजी शुरू कर दी। धक्का मुक्की भी हुई। जिसमें नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी का चालक मो. जहूर उर्फ लड्डू एवं एक अन्य सब्जी खरीदने पहुंचा व्यक्ति अनिरूद्ध कुमार जख्मी हो गया। बता दें कि भगत सिंह चौक से जब अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हुआ। तब तक सब कुछ ठीक-ठाक था। सरयुग सिंह चौक रामरेखा नदी के पुल पर जब अधिकारी और कर्मी बुलडोजर के साथ पहुंचे।
पुलिस के जवानों ने पत्थर फेंसने वालों को भगाया
अतिक्रमणकारियों ने इसको लेकर विरोध जताना शुरू कर दिया। अधिकारियों ने बातचीत के माध्यम से मामले को सुलझाना चाहा। तबतक रोड़े बाजी शुरू हो गई। जिसके बाद पुलिस को भी लाठी भांजनी पडी। कई विरोध करने वालों को पुलिस के जवानों ने खदेड़ दिया। विरोध करने वालों में महिल, पुरुष के साथ बच्चें भी शामिल थे। जिसके बाद मामला शांत हो गया। इस दौरान मजिस्ट्रेट के रूप में उपस्थित सीओ विनोद मिश्रा ने बताया कि सारे प्रकरण की वीडियो ग्राफी कराई गई है। दोषियों को चिन्हित कर कर्रवाई की जाएगी।
कार्यपालक पदाधिकारी ऋषिकेश अवस्थी, बीडीओ चंद्रगुप्त बैठा, थानाध्यक्ष अनंतराम के साथ नगर परिषद के प्रधान सहायक कृष्णा सिंह नेपाली, टैक्स दरोगा शशिंद्र श्रेष्ठ, सुलेमान अंसारी, नवीन श्रीवास्तव, सुशील सोनी, सुजीत कुमार, अभिषेक मिश्रा समेत अन्य कर्मी और पुलिस के जवान मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि सोमवार से चीनी मिल का गन्ना पेराई सीजन शुरू होने वाला है। मुख्य सड़क पर ठेला रेहड़ी एवं टीन शेड छज्जे आदि के कारण चलना मुश्किल है। ऐसे में गन्ना लदे वाहनों का परिचालन जब शुरू होगा तो, जाम की समस्या भी बढ़ेगी। इसको लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर एक दंडाधिकारी की मांग की थी। जिसके देखरेख में अतिक्रमण को हटाने का कार्य शुरू किया गया था।
सब्जी और फल विक्रेताओं के लिए चयनित किया गया है भूमि
उल्लेखनीय है कि गन्ना पेराई सीजन को देखते हुए सड़कों पर लगने वाले फल एवं सब्जी के ठेला- रेहडी के साथ फुटपाथी दुकानदारों को सूचीबद्ध किया गया है। इनके लिए डाक बंगला परिसर स्थित जिला परिषद के भूमि का चयन किया गया है। सभी सूचीबद्ध लोगों को चार्ट के अनुसार 10 फीट लंबा 10 फीट चौड़ा भूमि दिया जा रहा है। अतिक्रमण हटाने के दौरान सब्जी और फल विक्रेताओं को उक्त भूमि पर जाने की बात कही गई। कुछ दुकानदार तो, उक्त चयनित भूमि पर चले गए। पर, कुछ विक्रेताओं ने जाने से इंकार किया। अधिकारियों के समझाने पर हंगामा और विरोध करने लगे। जिसके बाद मामला बिगड़ गया।


