मुजफ्फरपुर. बिहार के छोटे-छोटे शहरों से भी अब क्रिकेटरों की नई पौध तैयार हो रही है. इससे इन शहरों के युवाओं की प्रतिभा को क्रिकेट की दुनिया में पहचान और सम्मान दोनों मिलने लगी है. मुजफ्फरपुर के भारती क्लब के खिलाड़ी रविशंकर एक पायदान आगे बढ़ गए हैं. रविशंकर ने बीसीसीआई के द्वारा आयोजित विजय हजारे ट्रॉफी के लिए बिहार टीम में अपनी जगह बनाई है. विजय हजारे ट्रॉफी में रविशंकर के चयन के बाद भारती क्लब और मुजफ्फरपुर के क्रिकेटरों में काफी उत्साह है.
युवा रविशंकर तेज गेंदबाजी करते हैं. उनके विजय हजारे ट्रॉफी के लिए बिहार टीम में स्थान बनाने से मुजफ्फरपुर क्रिकेट को इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए बड़ी उम्मीद जगी है. रविशंकर से पहले भारती क्लब के ही विकास रंजन विकेटकीपर के तौर पर बिहार टीम से विजय हजारे ट्रॉफी के लिए खेल रहे हैं. क्लब के सचिव जेपी ने बताया कि रविशंकर के चयन के बाद क्लब के खिलाड़ियों का उत्साह पहले से काफी अधिक बढ़ा है. रविशंकर जैसे खिलाड़ी हमारे क्लब के लिए रोल मॉडल हैं. रविशंकर काफी मेहनती खिलाड़ी है. ग्राउंड पर उसने कभी लापरवाही नहीं की. सचिव ने बताया कि हमें उम्मीद है कि वो एक दिन देश के लिए खेलेगा.
1980 से क्रिकेटरों को तैयार कर रहा भारती क्लब
भारती क्लब के सदस्य संजय वर्मा ने बताया कि मुजफ्फरपुर में यह क्लब वर्ष 1980 से क्रिकेट खिलाड़ियों को तैयार कर रहा है. इस क्लब से निकले कई खिलाड़ी पहले भी रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी के लिए खेल चुके हैं. संजय वर्मा ने बताया कि रविशंकर के चयन से हम सभी का उत्साह बढ़ा है. मुजफ्फरपुर जैसे शहर में इतने अभावों के बावजूद हम मेहनत के दम पर क्रिकेटरों को तैयार करते रहे हैं. मुजफ्फरपुर का भारती क्लब शहर के पुराने क्रिकेट क्लबों में से एक है.
LS कॉलेज ग्राउंड पर होती है सुबह-शाम प्रैक्टिस
मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज के ग्राउंड पर भारती क्लब के खिलाड़ी सुबह-शाम खेलते हैं. इस क्लब में अभी लगभग 80 से 85 खिलाड़ी हैं, जो दिन-रात एक कर भारतीय टीम में जगह बनाने का सपना देख रहे हैं.






