पूर्णिया. बिहार के पूर्णिया जिले के रूपौली थाना इलाके के मतेली गांव में कदई धार में दो निष्क्रिय हैंड ग्रेनेड बम मिलने सनसनी फैल गई. इसकी सूचना मिलते ही रुपौली थाना प्रभारी महादेव कामत समेत पुलिस बल मौके पर पहुंचे और दोनों बम को जब्त किया. इसके बाद पूर्णिया से बम निरोधक दस्ता रुपौली पहुंचा और दोनों बम को डिफ्यूज किया.
रुपौली थानाप्रभारी महादेव कामत ने कहा कि मतेली गांव में कदई धार के पास कुछ बच्चे बकरी चरा रहे थे. तभी पुल के नीचे कीचड़ में फंसा एक छोटे से बैग में तीन-चार साल पुराना जंग लगा दो निष्क्रिय हैंड ग्रेनेड बम पाया गया. इसके बाद बच्चे उस थैला को निकालकर उस बम से खेलने लगा. जैसे ही लोगों को बम मिलने की जानकारी मिली तो वहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बम की सूचना से लोगों में दहशत फैल गयी. इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना रुपौली थाना को दी. रुपौली पुलिस मौके पर पहुंची और बम को जब्त किया.
पूर्णिया से बम निरोधक दस्ता रुपौली पहुंचा और बम को डिफ्यूज किया. सूचना मिलते ही एसपी आमिर जावेद भी रुपौली पहुंचे. एसपी ने इस मामले की गहराई से जांच का निर्देश दिया है. बड़ा सवाल उठता है कि यह बम आखिर कहां से आया. हालांकि बम काफी पुराना बताया जा रहा है. अगर बम निष्क्रिय नहीं होता तो आज बड़ी घटना हो सकती थी.



AIMIM ने स्थानीय गुलाम मुर्तजा अंसारी को मैदान में उतारा था जो अंसारी बिरादरी से आते हैं. MIM को उम्मीद थी की गोपालगंज वाला खेल कुढ़नी में भी करेंगे, लेकिन वो सफल होती नहीं दिखी. मुस्लिम वोटर बड़ी संख्या में महागठबंधन में जाते दिखे. MIM के उम्मीदवार ने अंसारी वोट काटा और कुछ जगहों पर अन्य मुस्लिम वर्गों के भी वोट मिले. लेकिन, वो उतने नहीं हैं जो महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सके. यहां यह भी बता दें कि मुस्लिम वोटों में बिखराव न हो इसको लेकर महागठबंधन के मुस्लिम नेताओं ने काफी मेहनत भी की थी. हालांकि, यह भी हकीकत है कि कुढ़नी में मुकाबला बेहद कड़ा है और ऐसे में कुछ हजार वोटों का नुकसान भी महागठबंधन की उम्मीदों को झटका लगा सकता है.



