हाजीपुर. उत्पाद विभाग की टीम ने जब गुप्त सूचना पर हाजीपुर शहर के एसडीओ रोड से स्कूटी सवार एक युवक को पकड़ा तो होम डिलीवरी करने वाले एक ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ; जो पढ़ाई की आड़ में शराब का कारोबार करता था. पकड़ा गया युवक दिन के उजाले में बीपीएससी की तैयारी आईएएस कोचिंग में करता था और रात होते ही शराब की डिलीवरी करता था. पकड़े गए युवक का नाम आशुतोष राज है जो सोनपुर का रहनेवाला है. उसे उत्पाद विभाग की टीम ने 25 पीस टेट्रा पैक शराब के साथ पकड़ा जो एक बैग में रखकर स्कूटी से हाजीपुर डिलीवरी देने आया था.

उत्पाद इंस्पेक्टर अजित कुमार ने बताया कि इसके अतिरिक्त कुछ और छात्र हैं जो पढ़ाई के साथ साथ किताबों के बीच बैग में शराब रखकर होम डिलीवरी करते हैं. इनकी भी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक पटना के बोरिंग रोड स्थित परफेक्शन आईएएस कोचिंग संस्थान में बीपीएससी की तैयारी करता है और साथ ही शराब की डिलीवरी का भी काम करता है.
हालांकि, गिरफ्तार युवक ने उत्पाद विभाग की टीम को बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह कुछ दोस्तों के कहने पर इस धंधे में आया, लेकिन कैमरे पर युवक ने कुछ और ही कहानी सुनाई. उसने बताया कि किसी ने उससे लिफ्ट मांगी थी जो बैग के साथ शराब छोड़कर फरार हो गया और वह गिरफ्तार हो गया.

फिलहाल उत्पाद विभाग की टीम उसे जेल भेजने की कवायद में जुट गई है. लेकिन, बड़ा सवाल है कि क्या बिहार में अब पढ़ने -लिखने वाले छात्र भी शराब के धंधे से जुड़ने लगे हैं. क्या इस कारोबार में इतना पैसा है कि बच्चे अपने करियर को भी अहमियत नहीं दे रहे हैं. बहरहाल, सवाल कई है जिसका जवाब सिर्फ और सिर्फ सरकार को देना है कि शराबबंदी कानून के दुष्प्रभाव के और कितने रंग देखने को मिलेंगे.





