मुजफ्फरपुर. कोरोना के नए वेरिएंट आने की चर्चा के बाद लोगो में कोरोना को लेकर उत्सुकता एक बार फिर से बढ़ गई है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मारा-मारी सामने आई थी. सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के अलावा बड़े पैमाने पर लोग घरों में भी एहतियात के तौर पर ऑक्सीजन सिलेंडर रखे हुए थे. इसके अलावा कई लोग तो निजी तौर पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर घर में ही लगवा कर डॉक्टरों की देखरेख में इलाज भी करवा रहे थे. ऐसे में मेडिकल कॉलेज से लेकर सदर अस्पताल तक में बैठक का दौर जारी है.
ऑक्सीजन सप्लाई का बड़ा केंद्र है मुजफ्फरपुर
बेला इंडस्ट्रियल एरिया में मौजूद एसबीजी गैस प्लांट का जायजा लिया गया जहां, एसबीजी गैस प्लांट के प्रबंधक मिथुन चटर्जी ने बताया कि हमारे गैस प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन और नॉर्मल, दोनों ही तैयार किए जा रहे है. प्लांट में प्रतिदिन एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार किए जा रहे, जो मुजफ्फरपुर समेत बिहार के कई जिलों में भेजे जाते हैं. कोरोना के नए वेरिएंट के आने की सूचना मिलते ही प्रोडक्शन का काम और तेजी से शुरू कर दिया गया है. हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार किया जाए.
पिछली बार दरभंगा, पूर्णिया, मधुबनी के साथ मधेपुरा तक हुआ सप्लाई
गैस प्लांट के प्रबंधक मिथुन चटर्जी आगे बताते हैं कि मुजफ्फरपुर में इस बार ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं होने देंगे. एसबीजी गैस प्लांट का प्रयास है कि हर आपदा की स्थिति से समय रहते निपट लिया जाए. पिछले करोना काल में भी एसबीजी गैस प्लांट में दरभंगा, पूर्णिया, मधुबनी और मधेपुरा समेत बिहार के कई जिलों में गैस सिलेंडर की सप्लाई की थी.

मिथुन चटर्जी बताते हैं कि मुजफ्फरपुर के लोगों को आपदा की स्थिति में गैस सिलेंडर के लिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आगे मिथुन चटर्जी ने बताया एसबीजी एयर प्रोडक्ट्स लिक्विड और जनरल दोनों ही प्रकार के ऑक्सीजन का निर्माण करती है..





